कन्वर्जन कास्ट न पहुंचने से बंद हो रहा एमडीएम
औरैया,जागरण संवाददाता: पिछले सात महीने से विद्यालयों के खाते में कन्जर्वन कास्ट न पहुंचने से धीरे धी
औरैया,जागरण संवाददाता: पिछले सात महीने से विद्यालयों के खाते में कन्जर्वन कास्ट न पहुंचने से धीरे धीरे विद्यालयों में बनने वाला मिडडे मील पर ब्रेक लगता जा रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ के एक गुट के पदाधिकारियों द्वारा विद्यालय में जाकर एमडीएम के संचालन बंद किए जाने की बात कही जा रही है। जबकि दूसरे गुट द्वारा एमडीएम का संचालन विधिवत किए जाने की बात कही जा रही है। इससे शिक्षक असमंजस की स्थिति में बना हुआ है।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जलवीर ¨सह यादव व महामंत्री अर¨वद राजपूत के नेतृत्व में शिक्षकों के एक दल ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भेंट कर विद्यालयों के खाते में कन्जर्वन कास्ट भेजे जाने की मांग की थी। कहा था कि कन्वर्जन कास्ट न पहुंचने की स्थिति में एक दिसंबर से विद्यालयों में बनने वाला मिडडे मील ठप कर दिया जाएगा। धमकी के बावजूद कन्वर्जन कास्ट विद्यालयों में नहीं पहुंची है। इससे संगठन द्वारा एमडीएम बंद कर देने की घोषणा कर दी गई। 50 फीसद विद्यालयों में एमडीएम का संचालन बंद हो चुका है। वहीं पदाधिकारी विद्यालयों में घूम घूमकर एमडीएम बंद करने की बात कह रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं मांडलिक मंत्री विपिन कुमार तिवारी का कहना है कि एमडीएम का संचालन बंद किए जाने पर शिक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से उनकी वार्ता हो चुकी है। शीघ्र ही कन्वर्जन कास्ट विद्यालयों के खातों में भेज दी जाएगी। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि किसी भी हालत में एमडीएम का संचालन बंद न किया जाए।
वहीं दूसरी ओर सात महीने से कन्वर्जन कास्ट न पहुंचने से शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस समय नोटबंदी के चलते धन की कमी है। ऐसे में एमडीएम का संचालन अपने पैसे से करना मुश्किल हो रहा है। फिलहाल स्थिति के चलते शिक्षक भी असमंजस हैं कि आखिर क्या किया जाए। बीएसए एसपी यादव का कहना है कि एमडीएम में छात्रों की संख्या को लेकर जिलाधिकारी द्वारा कुछ विद्यालयों की जांच कराई जा रही थी। इसके चलते फाइल पर जिलाधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हो पा रहे थे। अब जिलाधिकारी के हस्ताक्षर हो गए हैं। एक दो दिन में सभी विद्यालयों के खाते में कन्वर्जन कास्ट भेज दी जाएगी।सभी शिक्षक एमडीएम का संचालन दुरुस्त रखें।