सज गई आतिशबाजी की दुकानें,सुरक्षा इंतजाम नहीं
औरैया, जागरण संवाददाता : दीपावली का पर्व नजदीक आते ही जिले में आतिशबाजी की बिक्री धड़ल्ले से शुरू हो
औरैया, जागरण संवाददाता : दीपावली का पर्व नजदीक आते ही जिले में आतिशबाजी की बिक्री धड़ल्ले से शुरू हो गई है। शहर स्थित पुराना नुमाइश ग्राउण्ड के अलावा गली मोहल्लों में भी स्टाल लगाकर आतिशबाजी की बिक्री की जा रही है। आतिशबाजी बनाने व बिक्री करने के लिए विभागीय नियम बनाए गए हैं, लेकिन इनका पालन नहीं किया जा रहा है। दुकानदार सुरक्षा मानक पूरे किए बिना ही आतिशबाजी बेचने में जुटे हैं।
पर्व शुरू होने से पहले ही पुलिस ने शहर की घनी बस्ती स्थित तीन दुकानों पर छापा मार कर लाखों की आतिशबाजी बरामद की थी। आग की एक ¨चगारी आतिशबाजी पर गिरने पर पूरी बस्ती तबाह हो सकती थी। पुलिस ने बरामदगी जरूर की, लेकिन रोकथाम के पुख्ता उपाय नहीं किए। यही वजह है कि जिले में जगह-जगह आतिशबाजी की बिक्री शुरू हो गई है। मुख्य तौर पर शहर स्थित पुराने नुमाइश ग्राउण्ड में आतिशबाजी की दुकानें लगाई गई हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई जगह बिक्री की जा रही है। वैधानिक तौर पर डेढ़ दर्जन लोगों ने ही आतिशबाजी की बिक्री के लिए लाइसेंस को प्रार्थना पत्र दिया है। इनमें से 11 लोगों की रिपोर्ट अग्निशमन कार्यालय से अग्रसारित की गई है। अभी तक एसडीएम कार्यालय से बिक्री के लाइसेंस जारी नहीं हुए हैं फिर दुकानदार धड़ल्ले से आतिशबाजी की बिक्री कर रहे हैं। जिले में आतिशबाजी से जान लेवा हादसे हुए हुए है। तीन साल पहले बेला क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर में ठीक दीपावली की रात किशोरी समेत 9 लोगों की आतिशबाजी विस्फोट के चलते मौत हो गई थी। दो साल पहले पर्व के दौरान आतिशबाजी में अचानक हुए धमाके से फफूंद कस्बा में एक युवक की मौत हो गई थी। चार दिन पहले फफूंद थाना क्षेत्र में ही बाइक पर लदी आतिशबाजी में आग लगने से अफरा तफरी फैल गई थी। घटना में बाइक जल कर राख हो गई। मामला पुलिस के संज्ञान में आया था, लेकिन अभी तक आतिशबाजी ले जा रहे युवक का सुराग लगाने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है। अग्निशमन अधिकारी वेद प्रकाश दुबे का कहना है कि आतिशबाजी बेचने के लिए सुरक्षा मानक तय किए गए है। दुकान के आस पास खुली जगह होना अनिवार्य है। आतिशबाजी रखी जाने की जगह से बिजली की लाइन दूर होना चाहिए। बिक्री के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी रखा जाना जरूरी है, लेकिन यह मानक पूरे नहीं हो रहे हैं। मानक पूरे न करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम सदर राजेंद्र कुमार का कहना है कि करीब डेढ़ दर्जन फाइलें लंबित है। दमकल विभाग की रिपोर्ट आने के बाद निस्तारण की कार्रवाई की जाएगी।