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सरहदों पर 'रोशन' होगा उनका 'चांद'

औरैया, जागरण संवाददाता : मुझे गर्व है कि आप सरहद पर रहकर देश की लाखों सुहागनों को चैन से करवा चौथ मन

By Edited By: Published: Tue, 18 Oct 2016 06:13 PM (IST)Updated: Tue, 18 Oct 2016 06:13 PM (IST)
सरहदों पर 'रोशन' होगा उनका 'चांद'

औरैया, जागरण संवाददाता : मुझे गर्व है कि आप सरहद पर रहकर देश की लाखों सुहागनों को चैन से करवा चौथ मनाने का अवसर दे रहे हैं। छुट्टी नहीं मिल रही है तो कोई बात नहीं। मैं आपकी तस्वीर का दीदार कर व्रत तोड़ लूंगी। बस एक गुजारिश है कि जब सरहद पर चांद दिखे तो फौजी वर्दी पहने अपनी एक तस्वीर मुझे व्हाट्सएप पर भेज देना। मैं उसी की आरती उतारकर अपनी पूजा पूर्ण मांनूगी। करवा चौथ से एक दिन पहले अपने सैनिक पति से फोन पर बात करते हुए नव विवाहिता रेखा देवी ने यही कहा।

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शहर की सैनिक कालोनी निवासी रेखा की शादी सीएफएन आरमोरर संजीव कुमार से बीती 7 मई को हुई थी। ससुराल में यह उसका पहला करवा चौथ है। सीमा पर तनाव के चलते सैनिकों की छुट्टियां निरस्त की गई हैं। ऐसे में करवा चौथ पर सजना के दीदार की कोई संभावना नहीं है। सैनिक संजीव 49 राष्ट्रीय राइफल में सेवारत है और इस समय राजौरी के मेंढर सेक्टर में सरहद के नजदीक तैनात है। बीती 15 अक्टूबर को मैंडर सेक्टर में एक जवान के शहीद होने की सूचना से उनकी सांसें थम गई थीं। हालांकि बाद में पति के सकुशल होने की जानकारी मिली। संजीव के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर गयाप्रसाद सितंबर 2011 में रिटायर हुए थे और उससे पहले ही उन्होंने अपना बेटा फौज को दे दिया था। रेखा के चेहरे पर उदासी नहीं बल्कि गर्व झलक रहा था और वह पूरे उत्साह से पर्व की तैयारी में जुटी थी। इसी तरह करवा चौथ की तैयारियों में जुटी कालोनी निवासी समता देवी के पति नायक र¨वद्र ¨सह अरुणाचल प्रदेश में तुआंग सेक्टर के ऊपरी इलाके में तैनात हैं। 281 फील्ड रेजीमेंट तोपखाना का यह सैनिक चीनी सरहद पर देश की सुरक्षा में लगा है। 1962 में इसी इलाके में चीन ने पहला अटैक किया था। समता देवी भी पूरे उल्लास से करवा चौथ की तैयारियों में जुटी नजर आईं। र¨वद्र के पिता सूबेदार राम आसरे भी फौज में थे। 2002 में वह सेवानिवृत्त हुए जबकि बेटे ने 2001 में फौज ज्वाइन कर ली थी। समता भी सरहद पर डटे अपने पति को लेकर गौरवान्वित हैं और तस्वीर के दीदार कर व्रत खोलने की तैयारी में खुशी खुशी जुटी दिखी। मोहल्ला बनारसीदास की सीलम देवी के पति दफेदार हरनाथ ¨सह सेंगर 63 कैबलरी आर्मड में सेवारत हैं और अमृतसर के बाघा बार्डर पर तैनात हैं। दिबियापुर की ज्योति पाल के पति लांस नायक स्वर्ण ¨सह पाल कच्छ भुज सेक्टर में तैनात हैं। 207 मीडियम रेजीमेंट का यह सैनिक भी करवा चौथ पर घर नहीं आ पा रहा है। इनमें से किसी सुहागन के मन में सजना के त्योहार पर घर न आने का मलाल नहीं दिखा। जोश व जज्बे से लबरेज नव विवाहिताओं ने कहा पत्नी से मां का दर्जा हमेशा बड़ा होता है और उनके साजन भारत माता की सुरक्षा में तैनात हैं। इससे बढ़कर गर्व की बात उनके लिए कोई नहीं हो सकती।


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