प्रधानाध्यापक सहित पांच शिक्षक निलंबित
एरवाकटरा (औरैया) संवाद सूत्र : जिलाधिकारी के बालाजी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए प्राथमि
एरवाकटरा (औरैया) संवाद सूत्र : जिलाधिकारी के बालाजी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए प्राथमिक विद्यालय उमरैन पहुंचे। वहां उन्हें प्राथमिक विद्यालय बंद मिला। यह देख उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित सभी पांचों शिक्षकों को निलंबित करने के आदेश दे दिए। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है। जिला पंचायत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बीएलओ के न आने की शिकायत की। इस पर उन्होंने तहसीलदार से जांच करने करने को कहा।
जिलाधिकारी बिधूना विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय उमरैन में शुक्रवार को बूथ का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां उन्हें प्राथमिक विद्यालय बंद मिला। यह देख डीएम ने नाराजगी जताई और बीएसए को फोन कर वहां तैनात प्रधानाध्यापक कमल किशोर पाठक, सहायक अध्यापक कमलेश कुमार, सतुल गुप्ता व नुसरत को निलंबित करने के आदेश दिए। साथ ही खंड शिक्षाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा। वहीं निरीक्षण के दौरान कई बूथों पर हैंडपंप खराब होने व शौचालय दुरुस्त न होने पर उन्होंने तहसीलदार बिधूना को ठीक कराने के निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने उमरैन में एक्सप्रेस वे भी जायजा लिया। इस दौरान जमुना प्रसाद, बाबूराम ने जमीन का मुआवजा न मिलने की शिकायत की। इस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार को तुरंत मुआवजे के निस्तारण के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सर्विस रोड का जल्द काम शुरू हो सके। इसके बाद जिलाधिकारी ने ब्लाक एरवाकटरा का निरीक्षण किया। राशनकार्ड सत्यापन के बारे में जानकारी करने पर बीडीओ ने बताया कि 46 ग्राम पंचायतों में चार का सत्यापन हो पाया है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि दो दिन के अंदर सभी ग्राम पंचायतों की सत्यापित सूची ब्लाकों में होनी चाहिए। सभी बीडीओ और एडीओ ब्लाकों के जल्द सूची लाने का आदेश दें। जिलाधिकारी ने ब्लाक में गंदगी देख साफ-सफाई कराए जाने की बात कही। उपस्थिति रजिस्टर भी चेक किया। चालक की उपस्थिति पर गाड़ी के बारे में जानकारी की गई तो खराब बताई गई। इस पर जिलाधिकारी ने गाड़ी सही कराने के लिए बीडीओ को आदेश दिए। निरीक्षण के दौरान ब्लाक में लोगों की शिकायतें भी सुनी और उनके निस्तारण किए जाने के आदेश संबंधित अधिकारियों को दिए।