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माध्यमिक व महाविद्यालयों की क्रीड़ा प्रतियोगिता में नहीं जुटते खिलाड़ी

औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद में खेलकूद की जितनी दुर्गति है इतनी किसी जनपद में नहीं दिखाई देती है।

By Edited By: Published: Sat, 27 Aug 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 27 Aug 2016 01:00 AM (IST)
माध्यमिक व महाविद्यालयों की क्रीड़ा प्रतियोगिता में नहीं जुटते खिलाड़ी

औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद में खेलकूद की जितनी दुर्गति है इतनी किसी जनपद में नहीं दिखाई देती है। बेसिक से लेकर महाविद्यालय तक होने वाली क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में मात्र औपचारिकता निभाई जाती हैं। माध्यमिक विद्यालयों की होने वाली जिला रैली में 253विद्यालयों में बीस- पच्चीस विद्यालय ही हिस्सेदारी करते दिखाई देते हैं। वहीं करीब एक दशक से जनपद में कोई भी बड़ी प्रतियोगिता आयोजित नहीं हुई है।

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प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में खेल को बढ़ावा दिए जाने के कारण नई घोषणाएं की जा रही है, लेकिन जनपद में स्थिति यह है कि खेलकूद रसातल की ओर जाता दिखाई दे रहा है। पिछले दिनों जनपद के माध्यमिक विद्यालयों की क्रीड़ा समिति की बैठक में खिलाड़यिों की संख्या को लेकर ¨चता भी व्यक्त की गई थी और हालत यह थी क्रीड़ा समिति द्वारा कुल छह प्रतियोगिताएं कराए जाने का निर्णय लिया गया। जिसमें जिला रैली भी शामिल थी। वहीं परिषदीय विद्यालयों की क्रीड़ा प्रतियोगिता तो पिछले दो तीन सालों से आयोजित ही नहीं की गई हैं। जिसका परिणाम है कि निचले स्तर से जब छात्रों में खेल के प्रति रुचि पैदा नहीं होगी। तब तक खेल को बढ़ावा मिलना भी मुश्किल दिखाई देता है। बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में खेलकूद प्रतियोगिताओं का समाप्त हो जाने से महाविद्यालय स्तर पर भी खिलाड़ी निकलना खत्म हो गए हैं। वहीं तिलक महाविद्यालय में पिछले तीन सालों से कोई विश्वविद्यालय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई है। जबकि महाविद्यालय में अन्तर विश्वविद्यालीय कुश्ती प्रतियोगिता सहित अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा चुकी है।

इन सबका कारण वर्तमान में खुल रहे महाविद्यालय व माध्यमिक विद्यालयों में खेलकूद मैदान की व्यवस्था न होना भी प्रमुख कारण है। वही खेल परीक्षक की नियुक्त न होना भी बड़ा कारण बना हुआ है। हालांकि मान्यता के समय माध्यमिक विद्यालयों में खेल के मैदान की अनिवार्यता बताई जाती है। अधिकतर विद्यालयों में खेल के मैदान मौजूद नहीं हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्र प्रताप ¨सह का कहना है कि इस बार क्रीड़ा समिति में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रतियोगिताओं में खिलाड़यिों की संख्या में वृद्धि के प्रयास किए जाएंगे। उनका कहना था कि जिला रैली को भव्य बनाए जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उनका कहना था कि खेलकूद को बढ़ावा दिए जाने के लिए विभाग पूरी तौर से प्रयासरत है।


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