ग्रीष्मावकाश में एमडी एम बनवाने का विरोध
औरैया, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ व राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने गुरु
औरैया, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ व राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपते हुए शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश में एमडीएम बनवाए जाने से मुक्त किए जाने की मांग की। साथ में ही शिक्षकों ने कहा है कि यदि समय रहते इसे दूर न किया गया तो शिक्षक आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
प्रदेश सरकार द्वारा सूखाग्रस्त जिलों में ग्रीष्मावकाश में भी एमडीएम से आच्छादित विद्यालयों में एमडी एम सुचारू रूप से जारी रखने का आदेश दिया है। जिसके चलते शिक्षकों व शिक्षक संघ में आक्रोश देखा जा रहा है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश चतुर्वेदी व राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष श्रीओम चतुर्वेदी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से भेंट कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि शीघ्र ही शिक्षकों को इस कार्य से मुक्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन बनवाने का दायित्व शासनादेश के अनुसार संबंधित ग्राम प्रधान का है। इसमें शिक्षकों का कोई हस्तक्षेप नहीं है फिर भी प्रदेश के तमाम बेसिक शिक्षा अधिकारी शासन द्वारा जारी शासनादेश का हवाला देकर प्रदेश के शिक्षकों को दंड का भय दिखा कर अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संत कबीरनगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ला द्वारा मध्याह्न भोजन का वितरण न कराए जाने पर शिक्षकों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षकों को इस तरह से अपमानित किया गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने शिक्षकों को मध्याह्न भोजन योजना से पूर्ण रूप से सदैव के लिए मुक्त किए जाने तथा वितरण की व्यवस्था किसी निजी संस्था द्वारा कराए जाने की मांग की है। इस मौके पर हरवंश राजपूत, लोकेश शुक्ला, योगेंद्र राजपूत, संतोष कुमार, केसी मिश्रा, भूपेन्द्र अवस्थी, ज्ञान प्रकाश, नवीन चतुर्वेदी, अनुज कुमार, गणेश वर्मा आदि शिक्षक मौजूद रहे।