वेतन मिलते ही गायब हो जाते संविदा कर्मी
औरैया, जागरण संवाददाता : परिवहन विभाग को संविदा चालक और परिचालकों की मनमानी भारी पड़ रही है। वेतन मिल
औरैया, जागरण संवाददाता : परिवहन विभाग को संविदा चालक और परिचालकों की मनमानी भारी पड़ रही है। वेतन मिलने के बाद ये बिना बताए कई दिन के लिए फुर्र हो जाते हैं। इनकी मनमानी के चलते हर महीने की 15 तारीख के बाद कई बसें वर्कशाप में खड़ी रहती हैं।
औरैया डिपो में इस समय 62 बसों का बेड़ा है। इन्हें संचालित करने के लिए संविदा पर चालक व परिचालकों को नियुक्त किया गया है। इनको प्रति किलोमीटर 1.20 रुपये के हिसाब से वेतन दिया जाता है। हर महीने की 15 तारीख को इन्हें वेतन दे दिया जाता है। इसके बाद कई चालक-परिचालक बिना बताए दो-तीन दिन के लिए गायब हो जाते हैं। जिसके चलते 15 से 20 तारीख तक हर माह कई बसें कार्यशाला में खड़ी रहती हैं। इससे प्रतिदिन एक बस के हिसाब से विभाग को औसतन 12 हजार रुपये का नुकसान होता है। वहीं दूसरी ओर इस दौरान कई मार्गों पर कम बसें चलने के कारण यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं चालक और परिचालकों का दर्द है कि वह लगातार ड्यूटी करके परेशान हो जाते हैं। कई-कई दिन तक तो लगातार डबल ड्यूटी करनी पड़ती है। महीने में दो-चार दिन तो रेस्ट बनता ही है।
तिथि खड़ी बसें
16 04
17 04
18 05
19 07
20 05
क्या कहते हैं जिम्मेदार
चालक और परिचालक छुट्टी लेकर घर जाते हैं। कभी-कभी कुछ कर्मचारी इमरजेंसी में अचानक घर चले जाते हैं। यदि कोई संविदाकर्मी बिना बताए घर भागता है, तो उसको ऐसा न करने की चेतावनी दी जाएगी। इसके बावजूद यदि कोई लापरवाही बरतता है, तो ऐसे कर्मियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
----हेमंत कुमार मिश्रा, एआरएम