Move to Jagran APP

वेतन मिलते ही गायब हो जाते संविदा कर्मी

औरैया, जागरण संवाददाता : परिवहन विभाग को संविदा चालक और परिचालकों की मनमानी भारी पड़ रही है। वेतन मिल

By Edited By: Published: Tue, 26 Apr 2016 06:25 PM (IST)Updated: Tue, 26 Apr 2016 06:25 PM (IST)
वेतन मिलते ही गायब हो जाते संविदा कर्मी

औरैया, जागरण संवाददाता : परिवहन विभाग को संविदा चालक और परिचालकों की मनमानी भारी पड़ रही है। वेतन मिलने के बाद ये बिना बताए कई दिन के लिए फुर्र हो जाते हैं। इनकी मनमानी के चलते हर महीने की 15 तारीख के बाद कई बसें वर्कशाप में खड़ी रहती हैं।

prime article banner

औरैया डिपो में इस समय 62 बसों का बेड़ा है। इन्हें संचालित करने के लिए संविदा पर चालक व परिचालकों को नियुक्त किया गया है। इनको प्रति किलोमीटर 1.20 रुपये के हिसाब से वेतन दिया जाता है। हर महीने की 15 तारीख को इन्हें वेतन दे दिया जाता है। इसके बाद कई चालक-परिचालक बिना बताए दो-तीन दिन के लिए गायब हो जाते हैं। जिसके चलते 15 से 20 तारीख तक हर माह कई बसें कार्यशाला में खड़ी रहती हैं। इससे प्रतिदिन एक बस के हिसाब से विभाग को औसतन 12 हजार रुपये का नुकसान होता है। वहीं दूसरी ओर इस दौरान कई मार्गों पर कम बसें चलने के कारण यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं चालक और परिचालकों का दर्द है कि वह लगातार ड्यूटी करके परेशान हो जाते हैं। कई-कई दिन तक तो लगातार डबल ड्यूटी करनी पड़ती है। महीने में दो-चार दिन तो रेस्ट बनता ही है।

तिथि खड़ी बसें

16 04

17 04

18 05

19 07

20 05

क्या कहते हैं जिम्मेदार

चालक और परिचालक छुट्टी लेकर घर जाते हैं। कभी-कभी कुछ कर्मचारी इमरजेंसी में अचानक घर चले जाते हैं। यदि कोई संविदाकर्मी बिना बताए घर भागता है, तो उसको ऐसा न करने की चेतावनी दी जाएगी। इसके बावजूद यदि कोई लापरवाही बरतता है, तो ऐसे कर्मियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

----हेमंत कुमार मिश्रा, एआरएम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.