किसान बिचौलियों को गेहूं बेचने को मजबूर
औरैया, जागरण संवाददाता : सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद शुरू न होने से किसान बिचौलियों को कम दाम में ग
औरैया, जागरण संवाददाता : सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद शुरू न होने से किसान बिचौलियों को कम दाम में गेहूं बेचने को मजबूर हैं। सरकारी खरीद की अभी बोहनी तक नहीं हुई है। वहीं आढ़तों पर किसानों की भीड़ लग रही है। इसमें बिचलौए मालामाल हो रहे हैं।
गेहूं की सरकारी खरीद की दर 15.25 रुपए प्रति किलो निर्धारित किया गया है। मंडी में गेहूं की कीमत 14 रुपए के आसपास है। इसकी वजह से किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर अपना गेहूं बेचना चाहता है। जनपद में आधा दर्जन एजेंसियों को गेहूं क्रय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जनपद में 67 केंद्र खोले गए हैं। यह कार्रवाई चार अप्रैल को पूरी कर ली गई थी, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद आज तक खरीदारी शुरू नहीं की गई है। क्रय एजेंसियों के पास वारदाना न होने की बात कही जा रही थी, लेकिन यह व्यवस्था भी विभाग द्वारा पूरी कर दी गई है। इसके बावजूद खरीदारी शुरू नहीं हुई है। सरकारी खरीद शुरू न होने की वजह से किसान मजबूरीवश मंडी की आढ़तों में अपना गेहूं बेचने के लिए मजबूर हो रहे है। उन्हें घाटा भी उठाना पड़ रहा है। जबकि सरकार किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य देने का दावा कर रही है। वहीं किसान नेता भी खरीद शुरू न होने से अच्छे खासे आक्रोशित दिखाई दे रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यदि अभी खरीद शुरू नहीं होगी तो जनपद का लक्ष्य कहां से पूरा किया जाएगा। उनका कहना था कि खरीद में भी मंडी के बिचौलिया हावी रहेंगे। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस बार एजेंसियों के अलावा कमीशन एजेंटों के माध्यम से भी खरीदारी की जा सकती है जैसा कि धान की खरीद में किया गया था। इस संबंध में प्रभारी डिप्टी आरएमओ एवं जिला पूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार का कहना है कि सभी एजेंसियों को खरीद शुरू न किए जाने के लिए नोटिस जारी किए जा चुके हैं। उनका कहना था कि अवकाश भी खरीदारी शुरू न होने में बाधक बन रहे हैं।