गोहना में आग से पूरा मोहल्ला खाक
औरैया, जागरण संवाददाता: भीषण गर्मी में बारूद बने फूस में आग लगने की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। बुधवार
औरैया, जागरण संवाददाता: भीषण गर्मी में बारूद बने फूस में आग लगने की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। बुधवार को क्षेत्र के गांव गोहना में आग के तांडव ने पूरा मोहल्ला तबाह कर दिया। 14 घर जलकर खाक हो गए। परिवारों के पास न अनाज का दाना बचा न सिर ढकने को छत। आसपास जल स्त्रोतों में पानी न होने के चलते आंसू बहाते ग्रामीणों के पास अपना सब कुछ राख होते देखने के अलावा कोई चारा नहीं था। देखते ही देखते लाखों की संपत्ति जल गई। सूचना पर पहुंची दमकल ने ग्रामीणों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
गांव गोहना के राम स्वरूप के घर में खाना बनाया जा रहा था। अचानक चूल्हे की ¨चगारी से पास रखे ईंधन में आग लग गई। देखते ही देखते घर के छप्पर ने आग पकड़ ली। इसके बाद आग की लपटों ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। कच्चे कमरों की छत की लकड़ियां धू- धू कर जलने लगी। आग की लपटें उठते देख ग्रामीण दौड़े और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन दोपहर में चल रही हवा के चलते आग और विकराल हो गई। आग ने मोहल्ले में ही रह रहे उसके भाई दिनेश कुमार, संदीप कुमार, अभय प्रताप, देवेन्द्र कुमार व धर्मेन्द्र कुमार के घर को भी चपेट में ले लिया। छहों भाइयों के घर आग में घिर गए। मोहल्ले के ही राम प्रकाश उसके पुत्र नागेश व वीरेन्द्र तथा नाथूराम, संजू, करन ¨सह, शिव कुमार व सुरेन्द्र के घरों में भी आग लग गई। आग की भयावहता देख पूरा गांव एकत्र हो गया, लेकिन मोहल्ले के कुआं, तालाब सूखे होने के चलते आग बुझाने का कोई उपाय ग्रामीणों को नजर नहीं आ रहा था। इसी बीच सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम गांव पहुंच गई। दमकल की दोनों गाड़ियों का पानी खत्म हो गया, लेकिन आग बुझने का नाम नहीं ले रही थी। खेत में लगे ट्यूबवेल चलाकर गाड़ियों में फिर पानी भरा गया। काफी देर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक राम स्वरूप के घर में रखे कालोनी की किस्त के 70 हजार रुपये, गृहस्थी का सामान व अनाज खाक हो गया। इसी तरह दिनेश कुमार के घर में पड़वा बिक्री के दस हजार रुपये रखे थे, गृहस्थी के सामान के साथ वह भी राख हो गए। ग्रामीणों का अनुमान है कि पूरे मोहल्ले में करीब तीस लाख की संपत्ति खाक हो गई। अग्नि हादसे की जानकारी मिलने पर लेखपाल देवेन्द्र मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी ग्रामीणों को हुए नुकसान की आंकलन आख्या तैयार की है। ग्रामीणों ने बताया कि अग्नि पीड़ित परिवारों के पास कुछ भी नहीं बचा। प्रशासन से जल्द इमदाद दिलाए जाने की गुहार लगाई गई है।