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बड़े हादसों के नाम रहा साल का पहला माह

औरैया, जागरण संवाददाता : हादसों की नजर से देखें तो नई साल का पहला महीना दर्दनाक रहा है। हादसों की यह

By Edited By: Published: Sat, 06 Feb 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2016 01:00 AM (IST)
बड़े हादसों के नाम रहा साल का पहला माह

औरैया, जागरण संवाददाता : हादसों की नजर से देखें तो नई साल का पहला महीना दर्दनाक रहा है। हादसों की यह तस्वीर जिले में यातायात की व्यवस्थाओं की पोल भी खोलती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो साल के शुरूआती दिनों में ही अलग-अलग हुए सड़क हादसों में दो दर्जन लोगों की जानें चली गईं। दुर्घटना में घायल हुए लोगों की संख्या का आंकड़ा दो सैकड़ा से पार चला गया है। अलग- अलग क्षेत्र के लोगों ने अपने अपने इलाके में दुर्घटना बाहुल्य स्थलों पर सुधार के लिए जगह- जगह गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है।

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साल के पहले दिन ही शहर कोतवाली क्षेत्र में फतेहपुर के निकट ट्रक बाइक की भिड़ंत में एक की मौत हो गई थी। यही आलम पूरे माह रहा। यातायात विभाग की अनदेखी व व्यवस्था में सुधार न होने के चलते आए दिन हादसे होते रहे। बेला, बिधूना, सहार, फफूंद, अछल्दा क्षेत्र के लोग अपने अपने इलाके में यातायात की दुश्वारियों का हवाला देते हुए कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बेला थाना क्षेत्र हादसों की नजर से दर्दनाक साबित हुआ है। बीते रविवार को हुए हादसे में जहां नौ लोगों की एक साथ मौत हो गई। वहीं बीते सप्ताह छहरी पुलिया के निकट कार रजवहा में गिरने से तिलक चढ़ाकर लौट रहे पांच लोगों की मौत हो गई थी। बीती 20 जनवरी को थाना क्षेत्र में छहरी पुलिया पर अछल्दा से तिलक चढ़ाकर कन्नौज निवासी लोगों की कार रात करीब 12 बजे बंबा में जा गिरी थी। हादसे में चार लोगों की कार में ही जल समाधि बन गई थी, जबकि एक बच्ची कार से निकलकर बंबा के पानी में बह गई थी। काफी देर की मशक्कत के बाद शाम को उसका शव घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ था। उस घटना में मृतक कन्नौज के सराय मीरा के रहने वाले थे। क्षेत्रीय लोगों के जेहन से घटना की सनसनी अभी निकली भी नहीं थी कि महीने के अंतिम दिन सहार क्षेत्र के पुरवा तरा के निकट एक अन्य हादसा नौ लोगों की ¨जदगी का अंतिम दिन साबित हो गया। रविवार को हुई घटना में मृत ज्यादातर लोग कन्नौज के मियांगंज निवासी एक ही परिवार के सदस्य थे। 10 दिन के अंदर हुई दूसरी घटना से यह साबित होता है कि बेला क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की जरूरत है। क्षेत्रीय लोगों ने इसकी मांग भी कई बार प्रशासन से की है। बरमदेव के निकट सड़क तक फैली वट वृक्ष की डालें और डिवाइडर आए दिन हादसे की वजह बन रही हैं। इसके लिए भी कई बार मांग उठाई गई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। बीती रात फिर एरवाकटरा क्षेत्र में कार व ट्रैक्टर की भिड़ंत में एक की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हो गए। देखना है कि आखिर जिम्मेदारों की नींद कब टूटेगी।

प्रमुख हादसे

1 जनवरी- करमपुर के निकट बाइक सवार की मौत

8 जनवरी- अछल्दा क्षेत्र में बाइक की टक्कर से महिला की मौत

9 जनवरी- नेशनल हाइवे पर करमपुर के निकट ट्रक की टक्कर से बाइक सवार की मौत

12 जनवरी - बिधूना क्षेत्र में ट्रैक्टर की चपेट में आकर बालक की मौत

18 जनवरी- नेशनल हाइवे पर जनेतपुर के निकट डिवाइडर से टकराकर बाइक सवार की मौत

20 जनवरी- छहरी पुलिया के निकट कार बंबा में गिरने से पांच लोगों की मौत

31 जनवरी- बेला क्षेत्र में पुरवा तरा के निकट ट्रक लोडर भिड़ंत में 9 की मौत एक ने बाद में तोड़ा दम

क्या कहते हैं जिम्मेदार

यातायात प्रभारी माया यादव का कहना है कि दुर्घटना बाहुल्य स्थलों को चिन्हित कर वहां सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। डिवाइडर पर रिफ्लेक्टर लगाकर वाहन चालकों को सतर्क किया जा रहा है। जल्द ही अन्य उपाय भी किए जाएंगे।


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