जिले में 76 अतिसंवेदनशील प्लस केंद्र चिह्नित
औरैया, जागरण संवाददाता : इस बार के जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनाव में ¨हसात्मक घटनाओं को रोकने
औरैया, जागरण संवाददाता : इस बार के जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनाव में ¨हसात्मक घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। चुनाव आयोग के निर्देश पर पहली बार जिले में अति संवेदनशील प्लस केंद्र भी चिह्नित किए गए हैं। इनमें सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम के साथ वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए इस बार जिला प्रशासन विशेष रूप से तेजी दिखा रहा है। मतदान के लिए कुल 787 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 357 केंद्र सामान्य, 274 संवेदनशील, 80 अति संवेदनशील केंद्र चिन्हित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त इस बार के चुनाव में पहली बार 76 अतिसंवेदनशील प्लस केंद्र भी चिन्हित किए गए हैं। आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने अति संवेदनशील प्लस केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने का फैसला किया है। इन केंद्रों में जिला प्रशासन पूरी मतदान प्रक्रिया के दौरान वीडियोग्राफी कराएगा। इसके अतिरिक्त यहां पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे। इन केंद्रों पर वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी। अति संवेदनशील व संवेदनशील केंद्रों पर वीडियोग्राफी करना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यदि कैमरे उपलब्ध होंगे तो इन केंद्रों पर भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन में अति संवेदनशील प्लस केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने का इसलिए निर्णय लिया है ताकि मतदान के दौरान यहां पर कोई अनहोनी न हो।
अति संवेदनशील प्लस का मानक
अति संवेदनशील प्लस केंद्रों की श्रेणी में ऐसे केंद्रों को रखा गया है, जहां अति संवेदनशील केंद्रों से भी अधिक ¨हसात्मक घटनाएं होती हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए आयोग ने जिला प्रशासन से प्लस केंद्र चिन्हित करने का आदेश जारी किया है। इन केंद्रों पर पूरी प्रक्रिया के दौरान अनिवार्य रूप से वीडियोग्राफी और सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोवस्त किए जाएंगे, ताकि मतदान के दौरान मतदाताओं को डरा धमकाकर या लालच देकर फर्जी मतदान न कराया जा सके। बूथ कैप्च¨रग न हो सके और प्रत्याशियों में वोटों की खींचतान को लेकर आपस में झगड़ा या हत्या जैसे जघन्य अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
एडीएम अशोक कुमार ¨सह ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने मतदान के दौरान बढ़ रही ¨हसात्मक घटनाओं को रोकने के लिए पहली बार यह कदम उठाया है। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि वह अपने उद्देश्य में सफल हो।