आरक्षण घोषित होते ही प्रधानी के लिए सरगर्मी
औरैया, जागरण संवाददाता : जिला प्रशासन द्वारा प्रधान पद के लिए जनपद भर की 477 ग्राम पंचायतों का आरक्ष
औरैया, जागरण संवाददाता : जिला प्रशासन द्वारा प्रधान पद के लिए जनपद भर की 477 ग्राम पंचायतों का आरक्षण घोषित कर दिए जाने से इस पद के लिए सरगर्मी तेजी से शुरू हो गई है। वहीं आरक्षण घोषित होते ही उसके पक्ष विपक्ष भी सामने आने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य को लेकर रस्साकसी दिखाई देती थी, लेकिन आरक्षण घोषित होते ही अब लोग प्रधानी के चक्कर में लगे दिखाई दे रहे हैं।
जनपद में जिला प्रशासन द्वारा सभी 477 ग्राम सभाओं के आरक्षण की घोषणा तो कर दी गई है। घोषणा के साथ ही इनको लेकर शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा आरक्षण में आपत्तियां भी मांगी गई है। गांव -गांव से जिला पंचायत में पक्ष विपक्ष में आपत्तियां दी जाने लगी हैं। ग्राम पंचायत रोशंगपुर को सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया है, लेकिन इसी गांव के डा. शफीक खां ने जिला पंचायत राज अधिकारी को इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए जाने की दलील दी है। इसके अलावा अन्य ग्रामसभाओं से भी सैकड़ों की संख्या में आपत्ति जिला पंचायत राज अधिकारी के यहां पहुंच रही हैं। जिसका निस्तारण आपत्ति दिए जाने की अंतिम तिथि के बाद हो सकेगा।
वहीं दूसरी ओर आरक्षण घोषित होते ही ग्राम पंचायतों में प्रधानी चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। तमाम दावेदार आरक्षण घोषित न होने की वजह से गांव में चुनाव प्रचार तो कर रहे थे, लेकिन आरक्षण को लेकर आशंका उनके मन में बनी हुई थी। अब आरक्षण घोषित हो जाने पर दावेदार खुले रूप में वोट मांगते देखे जा रहे हैं। वहीं अभी तक ग्राम पंचायतों में जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत को लेकर रस्साकसी चल रही थी, लेकिन आरक्षण घोषित होते ही लोगों का इस चुनाव से मोह भंग होता दिखाई दे रहा है। दावेदार अपना टेंपो बनाने में लगे हुए हैं। एक ग्राम पंचायत के प्रधान पद के दावेदार का कहना है कि अब तो अंतिम रूप से आरक्षण भी घोषित किया जा चुका है। ऐसे में अपना चुनाव प्रचार देखेंगे कि दूसरे का। यह स्थिति जनपद की हर ग्राम पंचायत में देखने को मिल रही है। हालांकि अन्य ग्रामीण जो दावेदार नहीं हैं वह दोनों ही चुनाव में जोर आजमाइश करने में लगे हुए हैं।