. तो अल्पसंख्यक करेंगे पंचों का फैसला
औरैया, जागरण संवाददाता : केंद्र सरकार द्वारा धर्म के आधार पर जनसंख्या के आंकड़े घोषित किए जाने के साथ
औरैया, जागरण संवाददाता : केंद्र सरकार द्वारा धर्म के आधार पर जनसंख्या के आंकड़े घोषित किए जाने के साथ ही जनपद में होने वाले पंचायत चुनाव में नई तस्वीर सामने आने की संभावना दिखने लगी है। वहीं जनपद में कुल आबादी के साढ़े आठ प्रतिशत मुस्लिमों की संख्या होने से नए समीकरण पैदा होंगे। वहीं ईसाईयों की संख्या निल माने जाने वाली जनपद में अब इनकी संख्या भी एक हजार के ऊपर पहुंच गई है।
केंद्र सरकार द्वारा विगत दिनों कराए गए धार्मिक जनगणना के अनुसार जनपद की सियासत को नया मुकाम प्रदान कर दिया है। अभी तक संख्या ज्ञात न होने के कारण सभी अपने-अपने धर्मों की संख्या को अधिक बताकर राजनैतिक भागेदारी मांगे जाने का कार्य करते आए हैं। इस आकलन से जनपद में नई सियासत गढ़ने की कवायद शुरू हो गई है और इसकी शुरुआत पंचायत चुनाव में ही दिखाई देने लगेगी। धर्म के आधार पर घोषित की गई जनसंख्या के अनुसार जनपद की कुल आबादी 13 लाख 79 हजार 545 में 12 लाख 73 हजार 546 ¨हदू हैं। जबकि 101963 मुस्लिमों की जनसंख्या है। जबकि 1004 ईसाई, 371 सिख, 332 बौद्ध तथा 228 जैन धर्म से संबंधित लोग हैं। आंकड़ों में बिधूना तहसील में मुस्लिमों की संख्या 41709 जबकि औरैया तहसील में संख्या 60254 है। कस्बाई क्षेत्रों में सर्वाधिक मुसलमानों की संख्या फफूंद में है। जहां कुल 6 हजार 825 मुसलमान निवास करते हैं। यही हाल सिखों का है जो कुल 371 में 311 औरैया शहर में निवास करते हैं। जातीय आंकड़े की घोषणा हो जाने से राजनैतिक भागेदारी को लेकर मुस्लिम नेताओं में जोश भर गया है। जनपद में एक लाख के ऊपर जनसंख्या होने के बावजूद राजनीतिक भागेदारी शून्य दिखाई देती है। हालांकि जनपद में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद मुस्लिम पर ही है।
धार्मिक आंकड़े एक नजर में
कुल जनसंख्या - 1379545
कुल ¨हदू - 1273546
कुल मुस्लिम - 101963
ईसाई - 1004
सिख -371
बौद्ध -332
जैन -228