अभियान की पकड़ से बाहर हुआ कब्जा
औरैया, जागरण संवाददाता : शहर की प्रमुख सड़क कानपुर रोड पर अतिक्रमण की स्थिति यह है कि जिसका जहां मन ह
औरैया, जागरण संवाददाता : शहर की प्रमुख सड़क कानपुर रोड पर अतिक्रमण की स्थिति यह है कि जिसका जहां मन हुआ वहां पर अतिक्रमण कर लिया। पूरी सड़क के फुटपाथ अतिक्रमण की चपेट में हैं। वहीं वाहन मालिकों द्वारा सड़क पर ही बड़े वाहन खड़े कर दिए जाते हैं।
शहर में कानपुर रोड पर स्थिति यह है कि सुभाष चौक से एलआईसी गेट तक सड़क के दोनों ओर जबरदस्त अतिक्रमण दिखाई देता है। जबकि कानपुर रोड पर साल में एकाध बार तो अभियान चला दिया जाता है, लेकिन अतिक्रमणकारी अभियान चलने भर तक अतिक्रमण हटा लेते हैं और जैसे ही अभियान में विराम लग जाता है। फिर अतिक्रमण कर लिया जाता है। सुभाष चौक से आगे तक सड़क के दोनों ओर स्थाई रूप से ठेली खड़ी रहती हैं। जिसकी वजह से फुटपाथ पर आवागमन तो पूरी तौर से बाधित रहता है वहीं आगे भी दुकानदार व ठेली वालों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने से स्थिति और खराब हो जाती है। एचडीएफसी बैंक के सामने दोनों ओर फुटपाथ पर भारी व हल्के चार पहिया वाहन स्थाई रूप से खड़े रहते हैं। वहीं बैंक द्वारा भी साइन बोर्डो की दीवार सी बना दी गई है, जिससे आने जाने वाले वहां से न निकल सके। बैंक के चलते अभियान के दौरान भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
क्या कहते हैं लोग
तिलक महाविद्यालय के नरेश चन्द्र दोहरे का कहना है कि अतिक्रमण शहर के लिए अभिशाप बन गया है। जिसकी वजह से सड़कें सकरी हो गई हैं। लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। उनका कहना था कि इस पर प्रभावी रोक लगनी चाहिए जिससे लोगों को राहत मिल सके।
ब्रह्मनगर निवासी अशोक वाजपेई का कहना है कि कानपुर रोड पर अतिक्रमण की स्थिति यह है कि दुकानदार अतिक्रमण करने में कोई संकोच नहीं करते हैं। वहीं विभागीय अधिकारी भी इस अतिक्रमण को रोकने की बजाए अभियान न चलाकर बढ़ावा दे रहे हैं। यदि यही स्थिति रही तो सड़कों पर भी अतिक्रमण हो जाएगा।
ब्रह्मनगर निवासी श्याम जी दीक्षित का कहना है कि कानपुर रोड को छोड़ दिया जाए पूरा शहर ही अतिक्रमण की चपेट में है। पालिका द्वारा अभियान भी चलाया गया, लेकिन इसका कोई फर्क नहीं दिखाई दिया। एक दो दिन तो अतिक्रमण नहीं हो पाया, लेकिन फिर स्थिति जस की तस हो गई।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रमेश चन्द्र शर्मा का कहना है कि शीघ्र ही अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा। वहीं दोबारा अतिक्रमण करने वालों पर जुर्माना व एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना था कि त्योहार के चलते अभियान को रोक दिया गया था।