किसी पर मेहरबानी तो किसी से फेरा मुंह
औरैया, जागरण संवाददाता : बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से रबी फसलों को खासा नुकसान हुआ है। फसलों के नुकसा
औरैया, जागरण संवाददाता : बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से रबी फसलों को खासा नुकसान हुआ है। फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए शासन से चार करोड़ 83 लाख रुपए की मांग की गई थी। पहली किश्त के रूप में एक करोड़ रुपए की धनराशि शासन ने निर्गत की है। यह सहायता राशि दलहनी फसलों के नुकसान से जूझ रहे किसानों को मिलने की उम्मीद है। गेहूं व अन्य फसलों को बोने वाले किसानों का नुकसान भले सबके बराबर हुआ हो, लेकिन इन पर सरकार मौन है। जिला स्तर पर औरैया तहसील में सर्वाधिक नुकसान बताया जा रहा है और इसी तहसील को सर्वाधिक मुआवजा धनराशि निर्गत की गई है।
जनपद में गेहूं की फसल को खासा नुकसान हुआ था। तेज हवा के साथ हुई बेमौसम बारिश से बड़ी संख्या में गेहूं की फसल जमीन पर गिर गई थी। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की फसल के जमीन में गिर जाने से उत्पादन क्षमता 25 से 30 प्रतिशत कम हो जाती है। जमीन में गेहूं गिरने के बाद मौसम का तापमान बढ़ा। इससे फिर फसलों को नुकसान हुआ। जिन खेतों में पानी भर गया था उनकी फसलें काली पड़ गई है। फसलों के नुकसान के बाबत कृषि विभाग ने जो रिपोर्ट तैयार की थी उसमें चना व अरहर में पचास प्रतिशत से अधिक तथा अन्य फसलों में 40 से 42 प्रतिशत तक नुकसान बताया गया था। निर्देश है कि जिन फसलों में पचास प्रतिशत से अधिक नुकसान होता है उन्हीं किसानों को मुआवजा मिलता है। ऐसे में शासन से निर्गत एक करोड़ की धनराशि को चना व अरहर किसानों को वितरित किए जाने का प्रस्ताव है। गेहूं, आलू, सरसों सहित अन्य फसलों के उत्पादक किसानों को राहत की उम्मीद नजर नहीं आती। पहली किश्त मिलने के बाद सदर तहसील में सर्वाधिक नुकसान बताया गया है। इसके बाद अजीतमल व सबसे कम नुकसान बिधूना तहसील में हुआ है। किसानों को मुआवजे के लिए अभी भटकना पड़ेगा।
धनराशि मिली, बंटने लगा मुआवजा
औरैया : अपर जिलाधिकारी इन्द्रपाल उत्तम ने बताया कि शासन से पहली किश्त के रूप में एक करोड़ रुपए की धनराशि मिली है जिसमें से औरैया तहसील को 50 लाख, अजीतमल को 28 लाख और बिधूना को 22 लाख रुपए दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बड़े किसानों को प्रति हेक्टेयर नौ हजार के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। जबकि छोटे किसानों को नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन किसानों का नुकसान दो हजार रुपए से अधिक हुआ है उन्हें एकाउंटपेयी चेक दी जाएगी। जबकि इससे कम नुकसान वाले किसानों को बियरर चेक दी जाएगी। उन्होंने बताया कि असिंचित व सिंचित दोनों ही क्षेत्र के किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा।