शैल सुता जगदम्बिके नमन तुम्हे सौ बार..
औरैया, जागरण संवाददाता : चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा पर मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैल पुत्री का पूजन
औरैया, जागरण संवाददाता : चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा पर मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैल पुत्री का पूजन करने हजारों श्रद्धालु देवी मंदिरों में पहुंचे। भक्तों ने माता रानी के नयनाभिराम विग्रह के दर्शन किए और धूप, दीप से पूजन कर अपने और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की याचना की।
शहर स्थित आवास विकास कालोनी काली माता मंदिर, फूलगंज मार्केट स्थित फूलमती देवी मंदिर, बड़ी माता मंदिर, जेसीज चौराहा स्थित काली मां मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। भोर पहर ही पूजन की थाली लिए श्रद्धालु नंगे पांव माता रानी की चौखट पर पहुंचे और मत्था टेका। मंदिरों में घंटा, घड़ियाल और मंजीरों की धुन के बीच जय माता दी का घोष गूंज रहा था। कहीं धूप और अगरबत्ती से माता रानी की आरती उतारी जा रही थी तो कहीं कतार में रखे आटे के दीपक मंदिरों की शोभा बढ़ा रहे थे। उधर बीहड़ स्थित मां मंगला काली मंदिर की शान नवरात्र के पहले दिन अलग ही नजर आई। यहां आसपास के कई जनपदों के श्रद्धालु दोपहर बाद पूजन अर्चन करने पहुंचे। यमुना नदी की खारों में टीले पर स्थित इस मंदिर की आसपास खासी मान्यता है। मां की प्रतिमा का भी शनिवार को भव्य श्रृंगार किया गया। लाल जोड़े में सजी मां की झांकी देखकर श्रद्धालु विभोर हुए जा रहे थे। उधर कस्बाई इलाकों में भी देवी मंदिरों में माता रानी का पूजन अर्चन श्रद्धा से किया गया। अजीतमल, बाबरपुर, अछल्दा, बिधूना, दिबियापुर, सहार, सहायल, बेला, फफूंद, कंचौसी के मंदिरों में भजन कीर्तन की धूम रही। बूढ़ादाना के ऐतिहासिक बड़ी माता मंदिर पर सैकड़ों श्रद्धालु पूजन करने पहुंचे। दिबियापुर क्षेत्र में गहेसर गांव के निकट स्थित महामाई मंदिर पर मेले का माहौल रहा। यहां श्रद्धालुओं ने पूजन अर्चन के बाद खरीदारी भी की।