सर्राफ के लुटेरों से कतरार्इ्र पुलिस!
औरैया, जागरण संवाददाता : दिबियापुर में कस्बा के बीचोंबीच ओवरब्रिज के निकट सरेशाम हुई सर्राफ के साथ ल
औरैया, जागरण संवाददाता : दिबियापुर में कस्बा के बीचोंबीच ओवरब्रिज के निकट सरेशाम हुई सर्राफ के साथ लूट के मामले में दिबियापुर पुलिस शुरूआती कार्रवाई के बाद सुस्त हो गई। जबकि मुख्य आरोपी पुलिस की निगाह में होकर भी पकड़ से दूर है। सराफा व्यवसायी के साथ हुई वारदात को पुलिस जितने हल्के में ले रही है, मामला दरअसल उससे अधिक संगीन है।
गौरतलब है कि 7 फरवरी की शाम दिबियापुर के सराफा व्यवसायी दिलाप यादव पर बदमाशों ने घात लगाकर हमला किया था। इस दौरान सर्राफ के साथी अजय यादव को गोली मारकर घायल कर दिया था। लूट में सर्राफ ने 30 लाख के नकदी व जेवर जाने की बात कही थी।
सूत्रों की माने तो सराफा व्यवसायी पर हाथ डालने वाले मामूली लुटेरे नहीं थे। कहा यहां तक जा रहा है कि जिन बदमाशों ने सराफा व्यवसायी दिलीप यादव के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया, उनके तार ट्रेन डकैतों के संगठित गिरोह से जुड़े हैं। अलीगढ़ से कानपुर के बीच ट्रेन में होने वाली वारदात में इनकी संलिप्तता पाई गई है। खासतौर से भरथना क्षेत्र में यह गैंग अक्सर छोटी बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं। गैंग में 15 से 20 लोगों की संख्या है। यह लुटेरे सूचना प्रौद्योगिकी के सभी संसाधनों से आपस में जुड़े रहते हैं। शहर और कस्बे से कीमती सामान और बड़ी धनराशि लेकर ट्रेन में यात्रा करने वालों पर इनकी नजर रहती है। इधर पुलिस बदमाशों की तलाश का दावा जरूर कर रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस को मुख्य आरोपी सलमान की तलाश है। नाम व ठिकाना जाहिर होने के बाद भी पुलिस उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर पा रही है, इसके ऊपर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। शहर के व्यापारियों का यहां तक कहना है कि दिबियापुर पुलिस जानबूझकर आंखें बंद किए है। पीड़ित सराफा व्यवसायी के भाई त्रिनेत्र यादव ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग उठाई है। उन्होंने दिबियापुर पुलिस की शिथिलता पर असंतोष भी जताया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी का कहना है कि दिबियापुर थाना पुलिस को मामले का पर्दाफाश करने के लिए डेड लाइन दे दी गई है। जल्द खुलासा न हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।