पकड़े गए मिलावटखोर, देशी घी में रिफाइंड
औरैया, जागरण संवाददाता : मिलावट ने इस जनपद को इस बुरी कदर जकड़ रखा है कि कोई ब्रांडेड चाय की पत्ती मे
औरैया, जागरण संवाददाता : मिलावट ने इस जनपद को इस बुरी कदर जकड़ रखा है कि कोई ब्रांडेड चाय की पत्ती में लोहे का बुरादा मिला रहा है तो कोई यहां के मशहूर देशी घी से निर्मित मिठाई में रिफाइंड मिलाकर ग्राहक को धोखा दिए जा रहा है। इसका खुलासा खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन विभाग द्वारा भरे गए खाद्य पदार्थो के नमूनों की जांच रिपोर्ट से हुआ है।
शहर के हृदयस्थली सुभाष चौक स्थित मुरली स्वीट हाउस देशी घी की मिठाइयों के लिए पूरे जिले में मशहूर हैं। इनके यहां से मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम ने देशी घी की सोहन पापड़ी का नमूना भरकर लखनऊ की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा। जांच रिपोर्ट आई तो पता चला कि देशी घी में रिफाइंड की मिलावट की गई थी। इन पर कार्रवाई अभी होनी है। सामने देशी की मिठाइयों की दुकान रमाकांत दुग्ध भंडार से दूध की बर्फी का नमूना भरा गया तो वह पास हो गया।
होमगंज स्थित इलाहाबाद स्वीट हाउस की मिठाई में भी मिलावट पाई गई। यहां से टीम ने छेने का नमूना भरा। लखनऊ लैब में जब जांच की गई तो छेने में स्टार्च की मिलावट पाई गई। इन पर दस हजार का जुर्माना किया गया।
इसी तरह मोहिनी चाय की पत्ती में 150 ग्राम प्रतिकिलो से अधिक लोहे का बुरादा मिला पाया गया। लखनऊ प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट आने के बाद संचालक ने चाय की पत्ती के नमूने को सेंट्रल लैब (कोलकाता) भिजवाया। वहां से मिसब्रांडिंग का लेबल लग गया। अब मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी इस प्रतिष्ठान पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। दूध में खेल देखें तो पारस पाश्चराइड फुल मिल्क के पैकेट का नमूना भरा गया। यह भी लखनऊ की लैब में जांच में फेल हो गया। इसमें फैट की मात्रा मानक से कम निकली। इसको देखते हुए टीम ने अमूल व नमस्ते इंडिया के दूध का नमूना भरकर जांच के लिए भेजा है। अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी गिरिजेश कुमार दुबे ने बताया कि होली पर्व को देखते हुए खोया, देशी घी, डालडा, रिफाइंड, तेल व अन्य खाद्य पदार्थो की दुकानों पर छापामार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2014 से जनवरी 2015 के बीच जनपद में 588 दुकानों का निरीक्षण किया गया। टीम के साथ 93 दुकानों पर छापे मारे गए। 85 नमूने संग्रहीत कर परीक्षण के लिए भेजे गए, जिसमें 41 की रिपोर्ट आई है। 18 विक्रेताओं पर मुकदमा कायम कराया गया है। बतौर अर्थदंड 4 लाख 10 हजार विभाग ने अपमिश्रण में लिप्त पाए गए विक्रेताओं से वसूला है।