बाजार बंदी का पिटा ढोल, असर गोलमोल
औरैया, जागरण संवाददाता : लखनऊ कचहरी में व्यापारी नेता बनवारी लाल कंछल पर वकीलों के हमले के विरोध में
औरैया, जागरण संवाददाता : लखनऊ कचहरी में व्यापारी नेता बनवारी लाल कंछल पर वकीलों के हमले के विरोध में कंछल गुट के आह्वान पर जिले में बाजार बंदी का मिलाजुला असर रहा। व्यापारियों ने जगह-जगह जुलूस निकालकर घटना का विरोध प्रदर्शन दर्ज कराते हुए बाजार बंद कराए। वहीं दिबियापुर में बंदी पूरी तरह फ्लाप रही।
औरैया शहर में बंदी का असर शाम तक दिखाई दिया। स्थिति यह थी कि पूर्वाह्न चाय-पान की दुकानें भी बंद रहीं। दोपहर तीन बजे के बाद धीरे-धीरे दुकानें खुलना शुरू हो गई। शाम तक शहर का 30 से 40 प्रतिशत बाजार ही खुल पाया। सुबह 10 बजे के करीब व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र गुप्त गुड्डू के नेतृत्व में महावीर गंज से जुलूस निकाला गया। जुलूस जिस मार्ग से गुजर जाता, दुकानें अपने आप बंद होने लगती थीं। हालांकि व्यापारी नेता वाहनों के साथ दोपहर 2 बजे तक नगर में घूमते रहे। कंछल गुट की बंदी की घोषणा के बाद सुबह से सदर बाजार, दिबियापुर रोड, संकट मोचन मार्ग, गौशाला रोड, फूल गंज, फूलमती मंदिर, ब्लाक गेट आदि की दुकानें बंद थीं। वहीं इटावा रोड, तिलक मार्केट, पुराना नुमाइश मैदान रोड, कानपुर रोड बाजारों में दुकानें सुबह से ही खुल गई थीं। जुलूस निकलने के बाद यहां भी दुकानें बंद हो गई। जिला अस्पताल के सामने खुले मेडिकल स्टोर भी व्यापारी नेताओं द्वारा बंद कराए गए। वहीं हाजी पेट्रोल पंप पर पहुंचकर व्यापारियों ने पेट्रोल पंप बंद कराए। जुलूस में जिलाध्यक्ष के अलावा नगर अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल, आनंद नाथ गुप्त, विजय कांत पुरवार, अब्दुल मजीद, विपिन पुरवार, कांत शुक्ल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे। वहीं दिबियापुर में व्यापारी नेताओं द्वारा बाजार बंदी की घोषणा की गई थी, लेकिन इसका असर कहीं भी दिखाई नहीं दिया। यहां तक कि घोषणा करने वाले नगर अध्यक्ष विनोद पोरवाल विशाल, महामंत्री अरविंद तिवारी, कोषाध्यक्ष राजेश पोरवाल सहित सभी पदाधिकारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान पूरे दिन खुले रखे। बाबरपुर में सुबह से ही व्यापारियों का हुजूम ने दुकानदारों से बंदी को सफल बनाने की अपील की। अपराह्न 3 बजे तक बाजार बंद रहा। इसके बाद धीरे-धीरे बाजार खुलने लगा। व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव पोरवाल, नवाब खां, पूर्व चेयरमैन मदन लाल पोरवाल, डा. रामदर्शन कठेरिया, नंदन वर्मा, योगेन्द्र गुप्त आदि लोग बंदी को लेकर सक्रिय रहे। अजीतमल के बाजारों में रोज की तरह चहलपहल रही। लोग जरूरत का सामान खुली दुकानों से खरीदते रहे। वहीं बिधूना में तहसील क्षेत्र में बंदी का मिलाजुला असर रहा। कस्बे में नगर अध्यक्ष अमित सेंगर ने दुकानदारों से बंदी की अपील की। सुबह दुकानें बंद रहीं लेकिन दोपहर बाद बाजार खुलने से पहले की तरह रौनक लौट आई।