समय से पुलिस चेत जाती तो न होती हत्या
दिबियापुर(औरैया), संवाद सूत्र : ग्राम समाधान पुरवा में मंगलवार को प्लाट के विवाद में मंजू यादव की गो
दिबियापुर(औरैया), संवाद सूत्र : ग्राम समाधान पुरवा में मंगलवार को प्लाट के विवाद में मंजू यादव की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस की लापरवाही कटघरे में खड़ी की जा रही है। परिजनों का सीधा आरोप है कि लगातार उनके द्वारा मामले की शिकायत की जाती रही है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इधर हत्या के बाद से गांव में अभी भी दहशत कायम है।
गौरतलब हो कि समाधान पुरवा में काफी अर्से से अवैध कब्जे को लेकर पालाबंदी खिंची हुई थी। समाधान पुरवा निवासी सियाराम राजपूत ने तीन तारीख को थानाध्यक्ष को एक शिकायती पत्र देकर मनोज यादव निवासी नीलकंठ पुरवा पर गाटा संख्या 2449 पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था। सुनवाई न होने पर पीड़ित ने दुबारा एसडीएम सदर को शिकायती पत्र देकर समस्या के निस्तारण की गुहार लगाई थी। इस पर एसडीएम ने समाधान दिवस पर थानाध्यक्ष को मामले के निस्तारण का आदेश दिया था। पीड़ित का आरोप है कि आदेश के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। बताते हैं कि गाटा संख्या 2449 वर्तमान में सियाराम राजपूत का है, जबकि तीन माह पूर्व गाटा संख्या 2450 में मनोज यादव ने बैनामा कराया था, वहीं गाटा संख्या 2451 की जमीन के कुछ हिस्से को समाधान पुरवा निवासी एक व्यक्ति ने मंगलवार को मारे गए मंजू यादव के परिजनों को बेंचा था। इसी पर मंजू यादव निर्माण कार्य करा रहा था। वहीं मनोज यादव जबरन गाटा संख्या 2449 व 2451 में भी कब्जे का प्रयास कर रहा था। असली हक को लेकर मंजू ने विरोध किया और उसकी हत्या कर दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने सियाराम की ही शिकायत पर यदि कार्रवाई कर दी होती तो मंजू की हत्या न होती।