सतेंद्र सातवीं बार अध्यक्ष, सुनील पांचवीं बार महामंत्री निर्वाचित
औरैया, जागरण संवाददाता : उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट की वार्षिक निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न
औरैया, जागरण संवाददाता :
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट की वार्षिक निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न हुई, जिसमें अध्यक्ष पद पर दो दावेदार होने के कारण देर शाम तक मशक्कत के बाद एक प्रत्याशी द्वारा पर्चा वापस लेने के बाद सतेंद्र सिंह राठौर अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। वहीं महामंत्री पद पर कोई दावेदार न होने के कारण सुनील कुमार मिश्र पांचवीं बार महामंत्री निर्वाचित घोषित किए गए।
चुनाव प्रभारी कन्नौज के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण यादव की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले 175 शिक्षकों की सूची घोषित की गई। 11 बजे से विभिन्न पदों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें अध्यक्ष पद पर दो नामांकन निवर्तमान अध्यक्ष सतेंद्र सिंह राठौर व गांधी इंटर कालेज एरवाकटरा के नरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने अपने नामांकन कराए। वहीं उपाध्यक्ष पर छह पदों के लिए 11 नामांकन कराए गए। वहीं संयुक्त मंत्री के छह पदों के लिए 14 नामांकन हुए। जिला मंत्री, कोषाध्यक्ष, आय-व्यय निरीक्षक पदों के लिए एक-एक नामांकन ही दाखिल हुआ। वहीं कार्यकारिणी के 15 पदों पर भी सभी का निर्विरोध निर्वाचन हो गया।
अध्यक्ष पद पर शाम तीन बजे तक नाम वापस लिए जाने के लिए मशक्कत चलती रही। अंत में नरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा अपना पर्चा वापस ले लिया। वहीं उपाध्यक्ष पद पर भी पांच लोगों द्वारा पर्चे वापस ले लिए जाने के बाद माधुरी त्रिपाठी, अशोक कुमार दुबे, अनिल कुमार दीक्षित, ब्रम्ह कुमार पांडेय, नरेंद्र प्रताप सिंह, जितेंद्र बहादुर सिंह निर्विरोध निर्वाचित हो गए। वहीं संयुक्त मंत्री पद पर आठ लोगों द्वारा नाम वापस लेने के बाद अरुण कुमारी, अरमेंद्र कुमार तिवारी, राहुल चौहान, सर्वेश कुमार, पदम सिंह, मनोज कुमार यादव निर्विरोध निर्वाचित हो गए। वहीं कोषाध्यक्ष पद पर शिववीर सिंह यादव तीसरी बार, आय व्यय निरीक्षक पर कौशल किशोर राजपूत दूसरी बार निर्विरोध निर्वाचित हुए। प्रांतीय प्रतिनिधि के लिए 13 लोग निर्वाचित हुए। जबकि एक पर जिलाध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाएगा। शिक्षक संघ शर्मा गुट के चुनाव को लेकर नगर पालिका के शिक्षक भवन में सुबह से ही गहमा गहमी बनी रही। शिक्षकों के अलग-अलग गुटों में पूरे दिन मंत्रणा चलती रही। हालांकि निर्वाचन अधिकारी श्रीकृष्ण यादव व प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य जगदीश नारायण त्रिपाठी की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया चलती रही। अध्यक्ष पद पर सर्व सम्मति बनाने के लिए दोनों नेताओं को भारी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि बाद में इन लोगों ने सफलता पाई।