डीएम ने दी दुर्घटनाओं से बचने की सीख
औरैया, जागरण संवाददाता : माहौल कुछ ऐसा बन गया, जैसे सत्यमेव जयते का एपीसोड चल रहा हो। यातायात जागरूक
औरैया, जागरण संवाददाता : माहौल कुछ ऐसा बन गया, जैसे सत्यमेव जयते का एपीसोड चल रहा हो। यातायात जागरूकता शिविर में भारतीय बालिका इंटर कालेज के छात्र-छात्राओं को हादसों की भयावहता और परिवार पर पड़ने वाले उसके कुप्रभाव को बताते वक्त जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव भावुक हो उठीं। इस अवसर पर विभाग के अधिकारियों ने नियम कानून बताए और बीते साल हुए हादसों में मृत लोगों को श्रद्धांजलि दी।
शिविर के दौरान बच्चों ने सड़क यातायात से जुड़े कई सवाल पूछे। बच्चों ने पुलिस द्वारा खुद नियम पालन न किए जाने का प्रश्न भी उठाया। जवाब देने खड़ी हुई जिलाधिकारी ने बच्चों से उल्टे सवाल दागा कि आखिर लोग नियमों का पालन क्यों नहीं करते। जवाब में उन्होंने खुद कहा कि थोड़ी सी असुविधा से बचने को लोग बड़ी परेशानी उठा लेते हैं। उन्होंने बताया कि नियम किसी एक की सुविधा के लिए बल्कि बहुसंख्यक आबादी को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद की स्थिति बेहद दर्दनाक होती है। कई परिवार दुर्घटनाओं के चलते बर्बादी की कगार पर पहुंच जाते हैं। दिल्ली की एक महिला का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि हादसे में इकलौती पुत्री की मौत के बाद उक्त महिला उसी चौराहे पर नियमित यातायात नियंत्रण का कार्य वालेंटियर के रूप में करने लगी। हादसे से जूझे परिवारों की त्रासदी बताते वक्त डीएम असहज हो उठीं। उन्होंने परिवार के अभिभावक की तरह बच्चों से सड़क के नियम पालन करने की अपील की। विद्यालय प्रबंधक सर्वेश भूषण शर्मा, प्रधानाचार्य गीता चतुर्वेदी, एआरटीओ उदयराम आदि मौजूद थे।
नियम पालन करने की ली शपथ
स्थानीय तिलक महाविद्यालय में प्रात: 10 बजे यातायात नियमों की छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई गई। विद्यार्थियों और मौजूद लोगों ने बिना हेलमेट के बाइक न चलाने वाहन चलाते वक्त नशा न करने तथा दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद करने की शपथ ली। विश्व यातायात पीड़ित स्मृति दिवस के अवसर पर दुर्घटना में मृत लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई। इस दौरान प्राचार्य डा. अविनाश चंद्र गुप्त, प्रो. सीपी त्रिपाठी, डा. अलकेश गुप्त, डा. सियाराम, डा. प्रेम प्रकाश, डा. शीलव्रत पांडेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर शिवराज, यातायात प्रभारी केडी यादव आदि उपस्थित रहे।