गिरफ्तारी के बाद पूरी रात सशंकित रही पुलिस
औरैया, जागरण संवाददाता : अजीतमल में ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद हुए बवाल के उपद्र
औरैया, जागरण संवाददाता : अजीतमल में ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद हुए बवाल के उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उन्हें अभिरक्षा में रखने की समस्या सामने आई। पुलिस को आशंका थी कि अगर एक ही हवालात में दोनों दल के लोग रखे गए तो अवांछित नतीजा हो सकता है। नतीजतन हिरासत में लिए गए कुछ लोगों को औरैया तो कुछ को अछल्दा थाना में रात भर रखा गया। हिरासत में ली गई महिलाओं को महिला थाना ले जाया गया। बवाल के बाद सतर्क हुई पुलिस पकड़े गए लोगों की सुरक्षा को लेकर पूरी रात सशंकित रही।
औरैया कोतवाली में ब्लाक प्रमुख पति देवेंद्र यादव व उनके गुट के टिल्लू, महेश, सीटू, सोनू समेत 10 लोगों को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया। मंगलवार शाम जैसे ही उपद्रव के आरोपी कोतवाली लाए गए, यहां अफरा तफरी फैल गई। सियासत से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के चलते पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही थी। इसके बावजूद पकड़े गए लोग राजनीतिक हनक दिखाने से बाज नहीं आ रहे थे। कोतवाली लाते ही पकड़े गए लोगों से उनके मोबाइल मांगे गए, उन्होंने पहले देने से इंकार कर दिया। कोतवाल विक्रमाजीत व सीओ बिधूना राजीव कुमार ने खुद अंदर जाकर उनके मोबाइल एकत्र किए और उन्हें एक पालीथिन में रखकर सुरक्षा कर्मी के हवाले किया। रात में भी पकड़े गए लोगों के परिजन व समर्थक कोतवाली के बाहर डेरा जमाए रहे। गौरतलब है कि पकड़े गए लोगों के चेहरे पर कोई तनाव नजर नहीं आ रहा था। राजनीतिक पहचान रखने वाले लोग सामान्य नजर आ रहे थे और परिसर में आराम से अपने समर्थकों से बात करते दिखे। बुधवार दोपहर बाद थाना कोतवाली में एक बार फिर हलचल नजर आने लगी। सभी बंदियों को बंदी वाहन से चिकित्सकीय परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां समर्थकों ने जमकर उनकी खातिर और नारेबाजी की। परीक्षण के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से वारंट जारी होने पर जेल भेज दिया गया। कोतवाल विक्रमाजीत सिंह ने बताया कि हवालात के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया था। अस्पताल व न्यायालय ले जाते वक्त भी विशेष सावधानी बरती गई। उधर गुड्डू यादव खेमे के 14 लोगों को अछल्दा थाना ले जाया गया। थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह चंदेल पुलिस बल के साथ पूरी रात सुरक्षा में मुस्तैद रहे। भारी पुलिस बल की निगरानी में जयकरन, श्रीकृष्ण, विकास दीप, कप्तान सिंह, मनोज कुमार समेत 14 बंदियों को चिकित्सकीय परीक्षण के बाद न्यायालय लाया गया। एसओ ने बताया कि वारंट जारी होने पर आरोपियों को जेल भेजा गया है।