भटकते रहे यात्री, नहीं मिले साधन
औरैया, जागरण संवाददाता : दीपावली त्योहार पर रोडवेज बसों का संचालन अपेक्षानुसार कम होने से जहां डग्गा
औरैया, जागरण संवाददाता : दीपावली त्योहार पर रोडवेज बसों का संचालन अपेक्षानुसार कम होने से जहां डग्गामार वाहनों ने चांदी काटी, वहीं सवारियों के लिए लोग दिन भर भटकते देखे गए। वहीं सवारियों की स्थिति यह दिखाई दी कि लोग छत पर बैठकर सफर करने के लिए मजबूर हुए।
रोडवेज के विभागीय अधिकारियों का दावा है कि डिपो से बसें पूरी क्षमता से निकाली गई हैं, जबकि हकीकत यह है कि सुबह से ही बसों का आवागमन रोज की अपेक्षा कम दिखाई दिया। दोपहर तक डिपो में दर्जन भर से अधिक बसें खड़ी हुई देखी गई। वहीं बाहर अन्य डिपो से आने वाली बसें भी 50 फीसद रहीं। हालांकि रोडवेज द्वारा त्यौहार को देखते हुए विशेष तैयारी की गई थी, लेकिन बड़ी संख्या में जैसे ही सवारी उमड़ी तो वह व्यवस्था भी पूरी तौर से गड़बड़ा गई। दूर दराज से आने वाले लोगों को डग्गामार वाहनों का भी सहारा लेना पड़ा। कई मार्गो पर तो स्थिति यह थी कि आठ सीटर टेंपो पर 40-40 सवारियां बैठ कर सफर करती देखी गई और पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी पूरे दिन यह नजारा देखते रहे। प्राइवेट बसों की स्थिति यह थी कि कानपुर, दिबियापुर व पाता, रामगढ़ से आने वाली अधिकतर बसें अंदर तो सवारियों से फुल थीं, लेकिन छतों पर भी लोग सफर करने के लिए मजबूर दिखाई दिए। सवारी कमल किशोर, अजय सिंह, नरायन स्वामी का कहना है कि घर पहुंचना जरूरी है, इसलिए जान को भी जोखिम में डालना पड़ रहा है। इन लोगों का कहना था कि रोडवेज की सेवा न के बराबर उपलब्ध रही। इस संबंध में एआरएम हेमंत मिश्र का कहना है कि त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए चालक परिचालकों की छुट्टी पर प्रतिबंधित कर दी गई थीं। उनका कहना था कि पूरी क्षमता के साथ बसों का संचालन किया गया है और आगे तीन दिन तक जारी रहेगा।