बिजली-पानी किल्लत से फफूंद में हाहाकार
फफूंद(औरैया), संवादसूत्र : कस्बे में पिछले छह माह से बिजली व पानी की जबरदस्त किल्लत है। इस कारण लोगों का हाल बेहाल है। बिजली का हाल यह है कि 24 घंटे में कस्बे को 3 से 4 घंटे बिजली मिल रही है। वहीं पिछले छह महीने से एक ट्यूबवेल के सहारे जलापूर्ति की व्यवस्था टिकी हुई है। नतीजा यह है कि ऊंचाई वाले मोहल्लों में पानी ही नहीं पहुंच पा रहा है तो वहीं अन्य मोहल्लों में बिजली न होने से पानी के लिए मारामारी मची रहती है।
फफूंद कस्बे में 12 घंटे विद्युत आपूर्ति का शेड्यूल निर्धारित किया गया है। बावजूद यहां बिजली शेड्यूल के मुताबिक नहीं आ रही है। पिछले चार महीने से रात में बिजली नहीं आती तो वहीं दिन में लो वोल्टेज के साथ बिजली आती है जिससे टयूबवेल नहीं चलता और लोग पानी के लिए हैंडपंप के सामने लाइन लगाने को मजबूर होते हैं। कस्बे की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह जर्जर है। आनेपुर फीडर की मशीनें दशकों पुरानी हैं, जो कभी भी धड़ाम हो सकती हैं। झूलते तार भी यहां मुसीबत का सबब बने हुए हैं। कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोगों का गुस्सा जनप्रतिनिधियों के ऊपर भी है। जिन्होंने वादा करने के बाद भी पलटकर कस्बे की ओर नहीं देखा। पानी की समस्या की बात की जाए तो यह विकराल रूप ले चुकी है। 14 फरवरी को थाने के समीप स्थित बोरिंग की मशीन फुंक गई थी जिससे ट्यूबवेल बंद हो गया। जिलाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक बात पहुंचायी गई लेकिन ट्यूबवेल शुरू नहीं कराया जा सका। हालांकि नगर पंचायत के प्रतिनिधि इजहार अहमद व अधिशासी अधिकारी अजय कुमार ने जलापूर्ति के लिए 15 सबमर्सिबल तथा इंडिया मार्का हैंडपंप लगवाए हैं। असल में बिजली न होने से सबमर्सिबल नहीं चल पा रहे हैं। कस्बे के लोगों में समस्या को लेकर खासा आक्रोश व्याप्त है।