हादसे का मंजर देख सहम उठे लोग
औरैया, जागरण संवाददाता : खून से लथपथ जिस्म, दर्द से कराहते घायल, तीमारदारी में पसीना-पसीना होते जिला अस्पताल के चिकित्सक व स्टाफ के लोग और परिजनों की हालत देख बिलखते परिजन। हादसे के बाद का मंजर इतना भयावह था, जिसे देख मजबूत कलेजे के लोग भी सिहर उठे। घायलों में कई एक ही परिवार के लोग थे। जिन परिवारों के कई लोग घायल हुए थे, वह धैर्य नहीं रख पा रहे थे।
जैसे ही हादसे की सूचना मिली, पुलिस और एम्बुलेंस की गाड़ियां घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ीं। मौके का मंजर बेहद दर्दनाक था। हाइवे के किनारे दर्जन भर से अधिक लोग बेहद गंभीरावस्था में पड़े हुए थे। मौके पर पहुंचे अधिकारी कर्मियों ने आनन-फानन उन्हें अस्पताल भेजने की व्यवस्थाएं शुरू कीं। यहां तक कि मीडिया के लोग भी सहयोग में जुटे दिखे। दर्जन भर से अधिक घायल जिला अस्पताल पहुंचे तो यहां अफरा तफरी मच गई। इमरजेंसी में तैनात डा. एमयू खान व चिकित्सा कर्मियों की टीम उपचार में जुट गई। कुछ की हालत इतनी गंभीर थी कि अस्पताल स्टाफ का भी उपचार करने में पसीना छूट रहा था। घायलों की पहचान होने के बाद संबंधित गांव के प्रधान को फोन पर सूचना दी। हादसे के करीब डेढ़ घंटे बाद घायलों के परिजन जिला अस्पताल पहुंचना शुरू हो गए। दुर्घटना में बिहारीपुर निवासी रमेश, उसके पुत्र नीतू, अश्वनी, गौतम, पिंटू व लवलेश घायल हो गए थे। पूरे परिवार को घायल देखकर परिजन बदहवास हो उठे। हालत यह थी कि मृतक तार बाबू की पहचान करने में गांव के लोगों को भी काफी देर लग गई। जिन घायलों को सैफई रिफर किया गया था, उनके परिजन अपने-अपने वाहनों से मिनी पीजीआइ की ओर रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि अत्यधिक नाजुक हालत के कारण कुछ घायलों को सैफई से आगरा भेजा गया है।