अवैध कब्जों की शिकायतों पर मंडलायुक्त नाराज
औरैया, जागरण संवाददाता : ब्लाक सभागार में मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में अवैध कब्जों की ज्यादा शिकायतें आने पर मंडलायुक्त मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन ने अफसरों की क्लास लगाई और रवैया सुधारने को कहा। पुलिस कार्रवाई में ढिलाई से संबंधित मामले आने पर नाराजगी जाहिर की। कई योजनाओं में लाभार्थियों को इमदाद बांटी और स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए।
कमिश्नर के आने की भनक से तहसील दिवस में फरियादियों की संख्या अपेक्षाकृत ज्यादा रही। कमिश्नर ने शिकायतों की सुनवाई की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जैतापुर के सतीश यादव की हैंडपंप को लेकर की गई शिकायत पर तल्ख तेवर दिखाते हुए कमिश्नर ने एक्सईएन जल निगम से जवाब मांगा और निर्देश दिए कि मौके पर जाकर स्थिति का आंकलन करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कखावतू के विकलांग आसिफ पेंशन की गुहार लगाने आए, लेकिन कमिश्नर ने उन्हें भूमि आवंटित कर आवास देने और तत्काल पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिए। एक अन्य विकलांग रमन को भी आवास देने के निर्देश जारी किए। बनारसीदास की सभासद कमला देवी कई महिलाओं को लेकर पहुंचीं और जाति प्रमाण पत्र निर्गत न किए जाने की शिकायत की। इस पर तहसीलदार को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। गांव फरीदपुर के ठाकुर दास, दीवान चंद, करन सिंह, जिलेदार, धनीराम, रमेश समेत अन्य ग्रामीणों ने शिकायत की कि 2008 में विद्युत कनेक्शन लिए थे, लेकिन आज तक ट्रांसफार्मर नहीं रखा गया है जिससे गांव में बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। इस पर कमिश्नर ने विभाग के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी और ट्रांसफार्मर रखवाकर आपूर्ति शुरू कराने के निर्देश दिए। अवैध कब्जों की शिकायतें सर्वाधिक आई। इस पर नाराज मंडलायुक्त ने आदेश दिया कि अभियान चलाकर अवैध कब्जे हटवाए जाएं और पात्रों को कब्जा दिलाया जाए। ककोर बुजुर्ग की ऊषा देवी ने पारिवारिक लाभ योजना का लाभ न मिलने की शिकायत की। इस पर समाज कल्याण अधिकारी को दिशा निर्देश दिए गए। मानपुर के विनोद कुमार ने मिडडे मील बनाने वाली रसोइयों को 9 माह से मानदेय न मिलने की शिकायत की। मंजू बाथम ने छात्रवृत्ति न मिलने की शिकायत की। इस पर भी दिशा निर्देश दिए गए। ढाई सैकड़ा से अधिक आई शिकायतों में 11 का मौके पर निराकरण किए जाने का दावा किया गया। मंडलायुक्त ने कृषक बीमा योजना में चार लाभार्थियों को पांच-पांच लाख के स्वीकृत पत्र प्रदान किए। इसी तरह 37 को इंदिरा आवास, 34 को लोहिया आवास के स्वीकृति पत्र दिए गए तथा 40 लाभार्थियों को माइक्रो न्यूटीऐंट के पैकेट प्रदान किए गए। 12 लोगों को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के स्वीकृत पत्र दिए गए। एडीएम इंद्रपाल उत्तम, सीडीओ शिवराज यादव, सीएमओ डा.एनकेएस यादव, एसडीएम जितेंद्र श्रीवास्तव, पीडी अजय प्रकाश मौजूद रहे।
इधर अजीतमल संवाद सहयोगी के अनुसार तहसील सभागार में एसडीएम बृजपाल सिंह की मौजूदगी में तहसील दिवस का आयोजन हुआ। इस दौरान 29 फरियादी शिकायती पत्र लेकर पहुंचे जिनमें दो शिकायतों का ही निस्तारण किया जा सका। भदसान गांव निवासी नरेन्द्र सिंह पुत्र मुलायम ने गांव के नामजद दबंगों पर खेत के समीप गुजरे चकरोड को जोत लेने की शिकायत की। वहीं तेजपुरवा गांव के राजेश कुमार ने अपने गांव के लाल बहादुर पर खाद के गढ्डे कब्जाने की शिकायत की। लालपुर शाहपुर के अनिल कुमार ने ग्राम पंचायत सचिव पर विकास कार्यो में निष्क्रियता बरतने की शिकायत की। शाहपुर बेंदी के गजेंद्र सिंह ने दबंगों द्वारा नाली तोड़ देने व अमलिया के अरविंद कुमार ने गांव में पेयजल संकट का दुखड़ा रोया। असेवटा गांव से आए आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने कोटेदार को निलंबित किए जाने का विरोध करते हुए कोटा बहाल किए जाने की मांग की जिस पर एसडीएम ने शीघ्र कोटा बहाली का आश्वासन दिया। तहसील दिवस में तहसीलदार देवेन्द्र कुमार, बीडीओ विजय चौधरी, एबीएसए मनोज लक्षाकार, जेई विद्युत राजवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
बिधूना संवाद सहयोगी के अनुसार - तहसील दिवस में 126 शिकायतें आई जिनमें 21 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। एसडीएम मदन चन्द्र दुबे ने सभी शिकायतों को एक सप्ताह के भीतर निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। विगत तहसील दिवस में आई शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि 48 घंटे के भीतर इन्हें निस्तारित कर आख्या दी जाए। इस मौके पर तहसीलदार धर्मपाल सिंह सिसौदिया, सीओ राजीव कुमार, बीडीओ ए के यादव आदि मौजूद रहे।
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सीडीपीओ की मौजूदगी रही चर्चा का विषय
अजीतमल : तहसील दिवस में चिटकापुर आंगनबाड़ी केंद्र में खौलते दलिया के भगौने में गिरकर मौत के मुंह में गए अंश के मामले में हत्यारोपी सीडीपीओ सुमन निगम की मौजूदगी चर्चा का विषय रही। लोगों में आक्रोश दिखाई पड़ा कि आखिर सीडीपीओ पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो सकी है। कोतवाली प्रभारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि मामले की तफ्तीश चल रही है। सीडीपीओ की गिरफ्तारी अभी संभव नहीं है। जब तक उन पर दोष सिद्ध नहीं हो जाता।