कारोबार पर बदहाल बिजली आपूर्ति का 'करंट'
औरैया, जागरण संवाददाता : बदहाल बिजली आपूर्ति के करंट ने जिले में कारोबार को तगड़ा झटका दे दिया है। बिजली पर आधारित उद्योग धंधे चौपट होते जा रहे हैं। कारोबारी बिजली आने का इंतजार करते रहते हैं। हालांकि कई जगह शेड्यूल ही ऐसा है कि कारोबार चल पाना मुमकिन नहीं है।
जबरदस्त बिजली कटौती और बेढंगे शेड्यूल ने आटा चक्की से लेकर तेल व दाल मिल के संचालन तक पर खासा प्रभाव डाल दिया है। चिवड़ा मिल के अलावा प्रिंटिंग प्रेस, फोटोकापी की दुकानें भी खासी प्रभावित है। शहर से लेकर प्रमुख कस्बों यहां तक कि ग्रामीण इलाकों तक में बिजली आधारित कारोबार ठप सा हो गया है। बिजली उपकरणों से जुड़ी दुकानें हो या अन्य तरह का व्यवसाय, सबका सब प्रभावित हो गया है। स्थिति यह है कि पिसाई के लिए आटा चक्कियों पर हर रोज बोरियां आ रही हैं और फिर लोगों को हफ्तों चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। किसानों की मेहनत पर तो असर है ही व्यापार और कारोबारियों पर भी कटौती ने बड़ा असर डाल दिया है। दिबियापुर के प्रिटिंग प्रेस संचालक सुधीर दुबे कहते हैं कि यहां सुबह सवा चार से सवा दस बजे और शाम को पौने तीन से पौने सात बजे तक आपूर्ति का शेड्यूल है। प्रेस के जो कर्मचारी हैं उनकी ड्यूटी दस से पांच बजे तक रहती है। किस तरह से कार्य होता होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। निर्धारित शेड्यूल में भी खासी कटौती की जाती है। बाजारों में भी बदहाल बिजली आपूर्ति ने खासा प्रभाव डाला है। बाजारों की स्थिति देखे तो दिन में उमस भरी गर्मी के कारण सन्नाटा छाया रहता है तो शाम को बिजली न होने से अंधेरा छा जाता है और बाजारों में चहल पहल नहीं रह पाती इससे व्यापारियों के लिए भी खासी परेशानी बढ़ी है।
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स्थिति एक नजर में
घरेलू कनेक्शन - 76 हजार
कामर्शियल कनेक्शन - 6 हजार
पावर कनेक्शन - 900
नलकूप कनेक्शन - 2500
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ओवरलोडिंग से दिक्कत
औरैया : एसडीओ गजेंद्र सिंह का कहना है कि ओवरलोडिंग से भी समस्या है। इसके चलते फाल्ट भी ज्यादा हो रहे हैं। उनका कहना है कि प्रतिकूल मौसम ओवरलोडिंग बढ़ाने का मुख्य कारक है।