बिजली के 'करंट' से झुलस रही किसानों की मेहनत
औरैया, जागरण संवाददाता : सूखा जैसे हालातों से जूझ रहे किसानों के लिए बिजली की कटौती नासूर बन गई है। अधिकतर नलकूपों का संचालन नहीं हो पा रहा है। जबकि 15 ट्रांसफार्मर फुंके होने से ठप हैं। गांवों को पर्याप्त आपूर्ति देने में विफल विद्युत विभाग फुंके ट्रांसफार्मर बदलवाने में भी रुचि नहीं दिखा रहा है जिससे कई क्षेत्रों में फसलें झुलस रही हैं।
जिले भर में 325 सरकारी नलकूप हैं विभाग का ही आंकड़ा देखे तो आठ यांत्रिक दोष से ठप पड़े हैं जबकि 15 विद्युत दोष से खराब हैं। बताया गया कि इन सबके ट्रांसफार्मर कई दिनों से फुंके हुए हैं। मानसून पहले से ही रूठा हुआ है, बारिश न होने से धान की फसल बर्बाद हो रही है। यहां तक कि बाजरा की फसल भी झुलसने लगी है अन्य फसलों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि जिन क्षेत्रों में नहरें ठीक स्थिति में चल रही है वहां के किसान तो किसी तरह फसलों को पानी देकर अपनी मेहनत बचा रहे है, लेकिन जहां फसलों की सिंचाई सरकारी नलकूपों पर निर्भर है। वहां किसानों के लिए मुसीबत घिरी हुई है। जहां नलकूप ठीक तरह से संचालित है वहां बिजली ही पर्याप्त रूप से नहीं मिल रही जिससे वह नलकूप भी किसानों का भला नहीं कर पा रहे हैं। सबसे ज्यादा स्थिति बीहड़ क्षेत्र में खराब है। जहां 90 नलकूपों में दस फीसदी भी नहीं चल पा रहे हैं। बिजली पर्याप्त न मिलना तो एक बड़ी समस्या है ही अन्य तरह की खराबी भी उनके संचालन में बड़ी बाधा है। एक्सईएन नलकूप जय प्रकाश का कहना है कि कुल 325 नलकूपों में सिर्फ 23 खराब हैं शेष चालू हालत में हैं। बदहाल बिजली आपूर्ति के कारण ठीक से नलकूपों का संचालन हो पाना संभव नहीं है।
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प्रतिकूल मौसम बढ़ा रहा लोड
औरैया : बिजली विभाग के एसडीओ गजेंद्र सिंह का कहना है कि प्रतिकूल मौसम भी लोड बढ़ाने में बड़ा कारक बना हुआ है। चूंकि फसलों में पानी की ज्यादा जरूरत है। इससे नलकूपों का संचालन भी ज्यादा हो रहा है। इसके चलते उपकरण फुंकने और अन्य तरह के फाल्ट होने के मामले ज्यादा संख्या में सामने आ रहे हैं।