चौकीदार पुत्र के हवाले एफसीआई गोदाम का लेखाजोखा
बाबरपुर (औरैया) संवाद सूत्र : एफसीआई गोदाम का ढर्रा सुधारने का नाम नहीं ले रहा है। बिना किसी नियुक्ति व आदेश के सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर ने गोदाम के लेखाजोखा की जिम्मेदारी चौकीदार के लड़के को सौंप रखी है। आखिर यह क्यों किया गया और इसकी जरूरत क्या है तो इस पर बेतुका जवाब दिया जा रहा है। बिना कांटा तौल के डीलरों को राशन दिया जा रहा है जब इस पर एतराज जताया जाता है तो सख्ती दिखाई जाती है। चावल के सेंपल में कीड़े दिखे तो सेंपल पैक में सड़ा चावल मिला। इस पर कर्मचारियों ने इन सेंपल पैक को हटा दिया।
ज्ञातव्य हो कि एफसीआई गोदाम में अव्यवस्था की शिकायत पर एक माह पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री भोला सिंह ने छापा मार कार्यवाही की थी उस दौरान चावल की जगह मुर्गीदाना मिला था। प्रशासन ने शासन के सख्त रुख के चलते गोदाम पर तैनात विपणन निरीक्षक प्रभा गुप्ता व सहायक सत्य प्रकाश को निलंबित कर दिया था। इस कार्यवाही के बाद उम्मीद जगी थी कि कुछ सुधार होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ गोदाम अभी भी पुरानी व्यवस्था पर चल रहा है। डीलरों को दिए जाने वाले राशन की कहीं कोई नापतौल नहीं की जाती है। कई डीलरों ने बताया कि गोदाम पर कांटा न लगवाकर कम तौल की बोरियों को जबरदस्ती दिया जाता है। विपणन सहायक सोबरन सिंह ने बताया कि जिन डीलरों को संदेह है वह बड़े कांटे पर जाकर ट्रैक्टर से माल की तौल करवा लेते हैं। सबसे बड़ी अव्यवस्था गोदाम के लेखाजोखा कार्य को देखने वाले युवक के रूप में सामने आई। जानकर ताज्जुब होगा कि किसी के आदेश के बिना चौकीदार के लड़के आशीष गुप्ता को लेखाजोखा हिसाब व तौल का काम सौंप दिया गया है। सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर दिनेश सिंह का कहना है कि काम कर रहा लड़का चौकीदार का है। वर्कलोड अधिक है तो इसको काम दिखवा लेता हूं। वैसे इसमें कोई गलत बात नहीं है। कागज व हिसाब किताब में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए रख लिया है। सवाल यह उठता है कि यदि गड़बड़ी की ही आशंका है तो फिर पद पर बने रहने की क्या जरूरत है। वहीं गोदाम गेट पर एकत्रित कोटेदारों को चावल के सेम्पुल नमूनों के पैक पाउचों में सड़ा चावल भरा था। आनन-फानन इसे कर्मचारियों ने हटा दिया। इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी सचिन कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि वे अवकाश पर हैं लौटने के बाद जांच करेंगे।