300 शिकायतों में मात्र 12 का निस्तारण
बिधूना(औरैया), संवाद सहयोगी : मंगलवार को तहसील दिवस के आयोजन में फरियादियों की भारी भीड़ जुटी, लेकिन नतीजा फरियादियों के मुताबिक नहीं रहा। लीक पीटने तक सीमित रह गए तहसील दिवस में तीन सैकड़ा शिकायतों में महज एक दर्जन शिकायतों का ही निस्तारण किया जा सका। वहीं समय से न आने व अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने सेवायोजन अधिकारी व ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अधिशासी अभियंता के वेतन को रोकने का आदेश दिया। जो अधिकारी सूचियां व जानकारी लेकर नहीं आए, उन्हें डीएम ने कड़ी फटकार लगाई।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के आने से पूर्व ही तहसील भवन के बरामदे में भारी संख्या में फरियादी अपनी शिकायतें लेकर जमा हुए। करीब 10.20 बजे डीएम तहसील सभागार में पहुंची तो सन्नाटा छा गया। डीएम ने उपस्थित रजिस्टर का अवलोकन किया। मालूम चला कि सेवायोजन अधिकारी व ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अधिशासी अभियंता नहीं मौजूद मिले। इसी दौरान डूडा के अधिकारी आ गए और देर से आने का कारण बताकर खेद प्रकट किया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को साथ में सूचनाएं न लाने पर डांट लगाते हुए चेतावनी दी।
अवैध खनन का छाया रहा मामला
तहसील दिवस में चिरौली 2/3 के तालाब में मत्स्य पट्टा एवं अवैध खनन किए जाने का मामला काफी देर तक छाया रहा। भारी संख्या में महिलाओं के साथ आई रेखा देवी पत्नी विजय सिंह ने एसडीएम एवं तहसीलदार पर ही आरोप लगा दिए। कहा कि जानबूझकर प्रशासन ग्रामीणों को परेशान कर रहा है।
जलभराव की समस्या की हुई शिकायत
वार्ड नंबर 9 निवासी सुरेंद्र प्रताप दुबे ने नाला निर्माण में राजनैतिक अड़ंगेबाजी का आरोप लगाया। कहा कि बरसात में जलभराव से लोगों का जीना दूभर हो रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने समस्या के निस्तारण के आदेश दिए।
अधिवक्ताओं ने रखी समस्याएं
तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र नारायण तिवारी के नेतृत्व में महामंत्री सदन सिंह शाक्य, अमरेश सेंगर, राणा सेंगर आदि अधिवक्ताओं ने बिधूना में ही चकबंदी कार्यालय रखने की मांग की। इस पर डीएम ने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
10 वर्ष पूर्व के पट्टों को दर्ज कराने का निर्देश
कस्बा निवासी ओम पाल तोमर ने शिकायत करते हुए बताया कि डूडा ने अपनी सड़क स्वीकृत होने के बावजूद नहीं बनवायी। इस पर डूडा अधिकारी ने बताया कि पैसा न आने के कारण निर्माण नहीं हो सका। डीएम ने कहा कि धन आने पर सड़क निर्माण कराया जाएगा। वहीं उन्होंने 10 वर्ष पूर्व के पट्टों को संक्रमणीय दर्ज कराने के निर्देश दिए।
मानदेय न मिलने की हुई शिकायत
नंदपुर निवासी मुनीज देवी ने बताया कि वह आंगनबाड़ी कार्यकत्री है। बावजूद उसे मानदेय नहीं दिया जा रहा है। डीएम ने बाल विकास परियोजना अधिकारी लतिका सिंह से जानकारी ली तो मालूम चला कि आय प्रमाण पत्र फर्जी होने के कारण उसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही मानदेय निर्गत होगा। तहसील दिवस में सीडीओ शिवराज सिंह, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी विकास यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनकेएस यादव, पीडी अजय प्रकाश, एसडीएम घनश्याम त्रिपाठी, तहसीलदार धर्मपाल सिंह, सीओ राजीव कुमार, नायब तहसीलदार संजय कुशवाहा, कोतवाल हरपाल सिंह यादव आदि मौजूद रहे। अजीतमल के अनुसार अजीतमल तहसील में भी एडीएम इंद्रपाल उत्तम की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन हुआ। स्कूल के समीप से मुर्दा घाट हटवाने की मांग की गई। इस पर एडीएम ने तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए।
एक माह से विद्युत आपूर्ति ठप
आजाद नगर के एक दर्जन ग्रामीणों ने तहसील दिवस में विद्युत आपूर्ति ठप होने की शिकायत की। बताया कि तार टूटे होने के कारण बिजली नहीं आ रही है। वहीं ब्यौरा नबलपुर निवासी सोनेलाल ने गांव के ही श्रीचंद पर प्लाट पर कब्जा कर नीम का पेड़ काटने का आरोप लगाया। फिरोज नगर निवासी शहनाज ने विकलांग पेंशन की मांग की। लोहिया गांव सेंगनपुट्टा के रामगोपाल ने गांव के सरकारी शौचालय के निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग की । ऊंचा के ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि गांव में सफाई कर्मी नहीं आते। इससे गंदगी फैली हुई है। इस मौके पर एसडीएम बृजपाल, एबीएसए मनोज लाक्षाकार, एएसपी एके राय आदि मौजूद रहे।