Move to Jagran APP

कीटनाशक की दुर्गंध से तीन छात्राएं बेहोश, भर्ती

गजरौला : एक सरकारी स्कूल में कीटनाशक दवा का छिड़काव होने पर उठी दुर्गंध से कक्षा सात

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)
कीटनाशक की दुर्गंध से तीन छात्राएं बेहोश, भर्ती
कीटनाशक की दुर्गंध से तीन छात्राएं बेहोश, भर्ती

गजरौला : एक सरकारी स्कूल में कीटनाशक दवा का छिड़काव होने पर उठी दुर्गंध से कक्षा सात की तीन छात्राएं बेहोश हो गईं। पीड़ित छात्राओं को नगर स्थित सरकारी अस्पताल में उपचार दिलाया गया।

loksabha election banner

शुक्रवार को ग्राम अटारी मुरीदपुर में मच्छर व मक्खी आदि का प्रकोप होने पर कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया गया। गांव के समीप पूर्व माध्यमिक विद्यालय में भी छिड़काव हुआ। कक्षाओं में कीटनाशक छिड़काव के बाद बच्चों को बैठाया गया तो कक्षा सात की रोचक पुत्री गंगासरन, अनामिका पुत्री भूप ¨सह व राशि पुत्र राकेश बेसुध हो गईं। इस पर खलबली मच गई। शिक्षक घबरा गया। उसने तीनों बालिकाओं को छुट्टी देकर घर भेज दिया। घर पहुंचने पर तीनों छात्राएं फिर बेहोश हो गईं।

इसकी जानकारी मिलते ही गांव में खलबली मच गई। सूचना पर पहुंची एंबुलेंस से पीड़ित छात्राओं को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान उनके परिजन एवं ग्रामीणों की भीड़ भी अस्पताल पहुंच गई। वहां दो-तीन घंटे चले उपचार के बाद होश आने पर तीनों छात्राओं को छुट्टी दे दी।

खंड शिक्षा अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया, जबकि बीएसए का मोबाइल स्विच आफ हो गया। इधर बीआरसी जयवीर ¨सह ने बताया छात्राए बेहोश नहीं हुई थी। गंध से सर चकराने लगा था, इस पर स्टाफ के द्वारा उन्हें उपचार दिलाकर घर भेजे जाने की सूचना मिली है।

भीड़ पहुंचने से चिकित्सा स्टाफ के फूले हाथ-पैर

गजरौला : मुरीदपुर से तीन छात्राओं के बेहोशी की हालत में पहुंचने और उनके साथ गांव के लोगों की भीड़ पहुंच जाने से चिकित्सा स्टाफ में भी खलबली मच गई। हालांकि तीनों छात्राएं 12-13 साल की होने और गंध चढ़ने से बेहोश होने की बात जानते हुए भी चिकित्सा स्टाफ ने अपनी आदत के मुताबिक उन्हें ज्यादा देर तक नहीं रोका। कुछ देर बाद होश में आने पर उनकी हालत बेहतर होने का दावा करते हुए घर भेज दिया।

स्कूल स्टाफ ने दिखाई लापरवाही

गजरौला : स्कूल में तीन छात्राओं के बेहोश होने के बाद स्कूल स्टाफ ने लापरवाही की हदें पार करते हुए उन्हें उनके घर भेज कर दायित्वों की इतिश्री कर ली। उन्हें अपने स्तर चिकित्सक को दिखाने की कोई जहमत नहीं की। उनके इस रवैये को लेकर ग्रामीण व परिजन नाराजगी भी प्रकट कर रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.