फाइलों में उलझे सर्किल में हुए चार खून
अमरोहा : जिले की पुलिस पिछले दिनों चुनाव में लगी रही। दिन-रात भागदौड़ कर चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न करा
अमरोहा : जिले की पुलिस पिछले दिनों चुनाव में लगी रही। दिन-रात भागदौड़ कर चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न करा दिया। आचार संहिता लगने के बाद इस दौरान पुलिस ने जिस तेजी के साथ अपना असर दिखाया उससे लगता है कि यदि पुलिस चाहे तो किसी भी घटना का खुलासा आसानी के साथ कर सकती है। पुलिस अपनी पर आ जाए तो अपराधी थर-थर कांपने लगें। क्योंकि आचार संहिता लगने के बाद जिले की पुलिस ने खुब अवैध असलाह फैक्टरी पकड़ीं तथा शराब की खेप भी खूब बरामद की गई। पुलिस को इस दौरान एक तमंचा व दो कारतूस के साथ संदिग्ध लोग भी खूब मिलें। जिन्हें जेल भेज कर पुलिस ने अपनी सक्रियता का सबूत दिया। महकमे के आला अफसरों ने उनकी पीठ भी खूब थपथपाई। परंतु अमरोहा सर्किल में चार घटनाएं ऐसी हैं जहां पुलिस का यह चुनावी जादू नहीं चल सका। अभी तक पुलिस इन घटनाओं के खुलासे के करीब नहीं पहुंची है। दो घटनाओं में तो नामजद आरोपी हैं। उन्हें गिरफ्तार तक नहीं किया जा सका है। इन घटनाओं में एक डिडौली कोतवाली क्षेत्र में छात्र की हत्या, देहात थाना क्षेत्र में युवती की हत्या तो दो हत्या की वारदातें नौगावां सादात थाना क्षेत्र की हैं। घटनाओं की तफ्तीश की अब तक की स्थिति पर रिपोर्ट:--
केस-1
बीती 14 दिसंबर को को डिडौली स्थिति डीएनएस कालेज ऑफ इंजीनिय¨रग में नोएडा निवासी बी.टेक के छात्र पंकज तोमर की मौत हो गई थी। उसका शव हॉस्टल के रूम नंबर 212 में बेड पर पड़ा मिला तथा गले में फंदा था। पहले तो पंकज की मौत को आत्महत्या बताया जा रहा था। क्योंकि उसका एक पेपर ठीक नहीं हुआ था। कालेज प्रशासन का कहना था कि डिप्रेशन के चलते पंकज ने आत्महत्या की थी। परंतु जब पंकज के शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसमें हत्या की पुष्टि हुई थी। इस मामले में कालेज प्रशासन व अज्ञात छात्रों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने इस घटना के खुलासे के लिए एक्सपर्ट की भी राय ली थी। परंतु दो महीने बीतने के बाद भी अभी तक घटना का खुलासा नहीं किया जा सका है। पुलिस की जांच जारी है।
केस-2
देहात थाना क्षेत्र के गांव बंबूगढ़ में रहने वाले किसान की बेटी नीरज का शव बीती 21 जनवरी को गांव के बाहर ट्यूबवेल पर पड़ा मिला था। परिजनों ने बगैर पुलिस को सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर ली थी। परंतु मौके पर पहुंची पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराया। जिसमें गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। अब घटना को महीना बीत चुका है। परंतु पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर सकी है। थाना पुलिस का दावा है कि नीरज हत्याकांड में पुलिस के हाथ अहम सबूत लग चुके हैं। जल्दी ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर एक महीने के भीतर पुलिस नीरज के हत्यारे को बेनकाब नहीं कर सकी है।
केस-3
नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव जनमाखास में बीती 27 जनवरी की दोपहर को गांव के ही अर¨वद त्यागी की उसके ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने जमीनी रंजिश बताते हुए गांव के ही योगेंद्र त्यागी, ओमेंद्र त्यागी व राजीव त्यागी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि पुलिस पहले ही दिन से घटना को संदिग्ध मान रही है। फिर जिन लोगों को नामजद कराया गया है उनके परिजन भी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि घटना वाले दिन तीनों नामजद आरोपी गांव में ही नहीं थे। उन्होंने महकमे के आला अफसरों को इसके सबूत भी पेश किए हैं। फिर भी अभी तक पुलिस इस घटना पर पड़ा परदा नहीं हटा सकी है। पुलिस की जांच अभी तक जारी है। पुलिस इस घटना का खुलासा नहीं कर पा रही है।
केस-4
अमरोहा सर्किल में हत्या की चौथी वारदात भी नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव बहादुरपुर खुर्द की है। बीती 13 फरवरी को यहां रहने वाली विवाहिता मीनू उर्फ रीना की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मायके वालों ने पति यशवीर ¨सह समेत पांच ससुरालियों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। अभी तक इस घटना में पुलिस जांच ही कर रही है। नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। जबकि मृतका के मायके वाले स्पष्ट रूप से थाना पुलिस पर आरोपी ससुरालियों से हमसाज होने का आरोप लगा चुके हैं। अभी तक पुलिस इस हत्या का खुलासा नहीं कर पा रही है।