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खुद सहेंगे घाटा, देंगे चाइनीज माल को झटका

गजरौला: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव में चीन के भारत विरोधी रवैये से औद्योगिक नगरी के व्यापारी भी

By Edited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 01:01 AM (IST)
खुद सहेंगे घाटा, देंगे चाइनीज माल को झटका

गजरौला: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव में चीन के भारत विरोधी रवैये से औद्योगिक नगरी के व्यापारी भी नाराज हैं। उन्होंने तय कर लिया है कि इस बार वह चाइनीज को सबक सिखाकर ही रहेंगे। इसके लिए वह खुद घाटा सहने को भी तैयार हैं। उनका दो टूक कहना है कि चाइनीज सामान की बिक्री से मिलने वाला मुनाफा देश की आन-बान के सामने कुछ भी नहीं है।

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भारतीय बाजार पर कब्जा जमाने वाला चीन हमारे देश से कई हजार करोड़ रुपए कमाता आ रहा है। सबसे ज्यादा आमदनी उसे दीपावली के मौके पर मेड इन चाइना का सामना भारतीय बाजारों में बिकने से होती है। इसके बाद भी पिछले दिनों पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद चीन ने पाकिस्तान से सहानुभूति का संकेत देकर अच्छा नहीं किया। उसके द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को रोकने का मामला सोशल मीडिया पर छाने से भारतीयों में रोष है। आतंकी मुल्क पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों में सहायता करके चीन भारत विरोधी होने का सबूत दे रहा है। चीन की हरकत से खफा लोग ड्रैगन आइटमों को खरीदने से परहेज करने लगे हैं। बाजारों में सामान खरीदने से पूर्व दुकानदारों से पूछने लगे हैं कि यह आइटम कौन से देश का है। ग्राहकों की सोच एवं भारत के प्रति चीन के रवैये से आद्योगिक नगरी के व्यापारियों ने दीपावली पर ड्रैगन आइटमों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। भारतीय बाजार पर तेजी से कब्जा जमा चुके चीनी आइटमों को दुकानदारों ने दुकानों से हटाना शुरू कर दिया है। कई दुकानदारों ने साफ कहा कि उन्हें चाइनीज माल ज्यादा बिकने से लाभ होता है, लेकिन इस बाद देश के लिए वह निजी मुनाफे को दरकिनारे कर चीन को झटका जरूर देंगे।

पाकिस्तान जहां आतंकी हमले कराकर धोखे से भारतीय जवानों को मार रहा है, वहीं चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर रहा है। देश के दुश्मन से हाथ मिलाने वाला देश भी दुश्मन है। इससे मन को चोट पहुंची है। इस बार दीपावली पर कोई भी चाइनीज आइटम नहीं बेचने का निर्णय लिया है।

चंद्र शर्मा, व्यापारी

चीन एक तरफ तो हमारे देश से कई हजार करोड़ रुपए कमाता है, वहीं दूसरी तरफ आतंकी मुल्क पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों में सहायता कर रहा है। यह कतई पसंद नहीं है। दीपावली पर ड्रैगन आइटमों को नहीं बेचूंगा, चाहे कितना ही घाटा झेलना पड़े।

दिनेश अग्रवाल, व्यापारी

देश के प्रति चीन के रवैये से हर भारतीय में रोष है। अब चीन को सबक सिखाने के लिए हमने तैयारी करते हुए दुकान पर कोई चीन निर्मित आइटम को नहीं बेचने का पक्का मन बनाया है। वहीं अन्य व्यापारियों से भी चीन की वस्तुएं नहीं बेचने का आग्रह करूंगा।

नवीन गुप्ता, व्यापारी

चीन की वेबफाई से हर जगत का भारतीय क्षुब्ध है। चीन भारत को कम न आंके। इसका सबूत देने का समय आ गया है। इसलिए पहले उसे आर्थिक हानि पहुंचाने के लिए उसके द्वारा निर्मित वस्तुओं को नहीं बेचने का औद्योगिक नगरी के व्यापारियों ने लिया है। जनता भी दूरी बनाए हुए है।

उत्तम ¨सह प्रजापति ।


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