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हवा में सर्वे कर रहीं आशाएं

By Edited By: Published: Sat, 19 Apr 2014 10:24 PM (IST)Updated: Sat, 19 Apr 2014 10:24 PM (IST)
हवा में सर्वे कर रहीं आशाएं

अमरोहा। शासन द्वारा नवजात बच्चों व गर्भवती महिलाओं की वास्तविक संख्या को जानने के लिए कराए जा रहे सर्वे को हवा-हवाई किया जा रहा है। सत्यापन में बच्चे और महिलाएं छूटे हुए मिल रहे हैं। इससे शासन की मंशा पूरी होती नजर नहीं आ रही।

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मालूम हो कि गांवों में आशा और शहरों में निजी कर्मियों द्वारा डोर-टू-डोर पहुंचकर शून्य से एक वर्ष, एक से दो वर्ष तक के बच्चों का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में गर्भवती महिलाओं की वास्तविक संख्या को भी जानने की कोशिश हो रही है। गजरौला सीएचसी क्षेत्र में इस सर्वे की सत्यता परखने के लिए सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन में यह सर्वे हवा-हवाई पकड़ा जा रहा है। खास बात यह है कि सत्यापन के दौरान टीम को क्षेत्र के गांव पपसरा खादर व अन्य में बच्चे व महिलाएं छूटे हुए मिले। सामने आया कि आशाएं डोर-टू-डोर नहीं जा रहीं। घर बैठकर ही सर्वे रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।

इसे विभाग ने गंभीरता से लिया है। सभी गांवों में सत्यापन की टीमें भेजना शुरू कर दी हैं। शनिवार को जो विभागीय टीमें कैंप लगाने और योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए गई। उनसे भी सर्वे का सत्यापन कराया गया। सीएचसी के प्रभारी डा. योगेन्द्र सिंह का कहना है कि सर्वे में फर्जीवाड़ा नहीं होने दिया जाएगा। सत्यापन में कोताही पकड़े जाने पर आशा व सर्वे कर्मी के खिलाफ कार्रवाई होगी।


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