इनका भाग्य होगा पेटियों में बंद
गौरीगंज सीट -यहां से कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यही नहीं सपा, कांग्रेस का गठबंधन होने क
गौरीगंज सीट
-यहां से कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यही नहीं सपा, कांग्रेस का गठबंधन होने के बाद भी दोनो दलों से प्रत्याशी अपनी जोर आजमाइश कर रहे हैं। सपा से जहां वर्तमान विधायक राकेश प्रताप सिंह हैं वहीं कांग्रेस से पिछली बार रनर रहे मो. नईम ताल ठोंक रहे हैं। भाजपा से उमाशंकर पांडे व बसपा से विजय किशोर तिवारी, रालोद से रवींद्र द्विवेदी के साथ ही 14 अन्य प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां कुल तीन 35 हजार मतदाता सूची में शामिल हैं। जिनमें एक लाख 58 हजार चार सौ 61 महिला व एक लाख 76 हजार छह सौ 34 पुरूष मतदाता हैं।
अमेठी सीट
-अमेठी विधान सभा क्षेत्र से कुल 24 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिनमें भाजपा से गरिमा सिंह, कांग्रेस से डा. अमीता सिंह, सपा से कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति व बसपा से राम जी मौर्या राहुल चुनावी रण में हैं। इसके साथ ही 20 अन्य प्रत्याशी भी चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। अमेठी में कुल तीन लाख 31 हजार 901 मतदाता हैं। जिनमें एक लाख 57 हजार 20 महिला व एक लाख 74 हजार आठ सौ 81 पुरूष मतदाता हैं।
जगदीशपुर सीट
-यहां से कुल नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। हालांकि यह सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत सूची में शामिल हैं। जहां कांग्रेस से विधायक राधेश्याम कनौजिया, बसपा से जगदत्त कोरी व भाजपा से सुरेश पासी चुनाव लड़ रहे हैं। इनके साथ ही छह अन्य प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां कुल तीन लाख सात हजार 661 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिनमें एक 42 हजार दो सौ 66 महिलाएं व एक लाख 65 हजार तीन सौ 95 पुरुष हैं।
तिलोई सीट
-तिलोई सीट से कुल 12 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट भी सपा कांग्रेस गठबंधन के तहत लड़ी जा रही है। जिसमें कांग्रेस की ओर से विनोद मिश्रा, भाजपा से तिलोई राजघराने के राजा मयंकेश्वर शरण सिंह व बसपा से वर्तमान विधायक डा. मो. मुस्लिम के पुत्र मो. सऊद चुनाव मैदान मैं। इसके साथ ही नौ अन्य प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहे हैं। यहां कुल तीन लाख 38 हजार 358 मतदाता शामिल हैं। जिसमें एक लाख 57 हजार छह सौ 34 महिलाएं व एक लाख 80 हजार सात सौ 24 पुरूष मतदाता हैं।
-2012 के मतदान का प्रतिशत
विधान सभा वोट प्रतिशत
गौरीगंज 58 प्रतिशत
अमेठी 56.5 प्रतिशत
जगदीशपुर 56 प्रतिशत
तिलोई 59 प्रतिशत