सीएमओ के निरीक्षण में गायब मिले 3 डॉक्टर व पांच कर्मी
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: जनपद में बीमारी का कहर जानलेवा बना है। बड़ी संख्या में लोग बुखार, पेट
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: जनपद में बीमारी का कहर जानलेवा बना है। बड़ी संख्या में लोग बुखार, पेट दर्द, उल्टी दस्त व हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात डॉक्टरों व कर्मियों की मनमानी चरम पर है। सीएमओ के औचक निरीक्षण में शिवली सीएचसी में प्रभारी सहित तीन डॉक्टर व पांच स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले। इस पर उनका एक दिन का वेतन काटने के साथ ही नोटिस देकर स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।
जनपद में गर्मी में होने वाली संक्रामक बीमारियों से तीन माह मे 25 लोगों की मौतें हो चुकी है। बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के नदारद रहने या रेलवे टाइम टेबल से अस्पतालों के संचालन होने से मरीज परेशान है। इसका फायदा उठाकर झोलाछाप इलाज के नाम पर कमाई करने व मौतों की संख्या में इजाफा करने में लगे हैं। स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के लए सीएमओ ने अपर व डिप्टी सीएमओ को आवंटित ब्लाकों के अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं खुद भी औचक निरीक्षण कर हकीकत परखने की कवायद शुरू की है। शिवली सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ डॉ. केके श्रीवास्तव को वहां के प्रभारी डॉ. अमित कुमार ¨सह, डॉ. नरेश चंद्र, डॉ. पूनम मौर्या के अलावा फार्मासिस्ट अमरेंद्र कुशवाहा, राकेश श्रीवास्तव, स्टाफ नर्स पूनम तिवारी, अनीता पाल व रश्मी नदारद मिले। सीएमओ ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी से मोबाइल पर जानकारी लेने पर उन्होने रजिस्टर्ड डाक से अपना त्यागपत्र दो दिन पहले भेज दिए जाने की बात कही। उन्होंने बताया कि अनुपस्थित मिले डॉक्टरों व कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण तलब किया जा रहा है। जवाब आने के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि शिवली के प्रभारी चिकित्साधिकारी का त्यागपत्र आज ही डाक से मिला है। वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।