Move to Jagran APP

कब्जे के विरोध में कुनबा फिर आमरण अनशन पर

गौरीगंज,जागरण संवाददाता: प्रशासनिक उपेक्षा की इससे बड़ी नजीर शायद ही मिलेगी। जिस जमीन पर अवैध कब्जे क

By Edited By: Published: Wed, 06 May 2015 06:47 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 06:47 PM (IST)
कब्जे के विरोध में कुनबा फिर आमरण अनशन पर

गौरीगंज,जागरण संवाददाता: प्रशासनिक उपेक्षा की इससे बड़ी नजीर शायद ही मिलेगी। जिस जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत को लेकर एक कुनबे ने माह भर पहले आमरण अनशन किया। एसडीएम ने उसी दिन कब्जा हटवाए जाने को लेकर आदेश भी पारित किया लेकिन मातहतों ने आदेश को किनारे लगाते हुए मामले के निस्तारण में रुचि ही नहीं ली। नतीजन एक बार फिर पूरा परिवार कलेक्ट्रेट गेट पर बुधवार को आमरण अनशन पर बैठ गया।

loksabha election banner

मामला तहसील क्षेत्र के पूरे प्रसाद मजरे बरौलिया का है। यहां के रहने रामनरेश का आरोप है कि उसका लगभग तीस साल का पट्टा है जिस पर पड़ोसी गलत नीयत से कब्जा करना चाहते हैं। पीड़ित ने मामले की शिकायत कई बार की लेकिन प्रशासन उसका सहयोग नहीं कर रहा है। थकहार कर गत चार अप्रैल को पूरे कुनबे के साथ पीड़ित ने आमरण अनशन किया था। जिस पर एसडीएम बद्री प्रसाद पाल ने तत्काल राजस्व निरीक्षक को आदेशित करते हुए उसी दिन अवैध कब्जा हटवाए जाने की बात कही थी लेकिन मातहतों ने एसडीएम के आदेश को ताक पर रखते हुए मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। माह भर का इंतजार करने के बाद पीड़ित कुनबा फिर से कलेक्ट्रेट गेट पर अनशन पर बैठ गया। पीडि़तों का कहना है कि प्रशासन विपक्षियों से मिला है।

---------

बोले हाकिम

इस बावत एसडीएम बद्री प्रसाद पाल ने कहा कि पट्टा सन 1991 का है। नियम के अनुसार तीन साल में कब्जा हो जाना चाहिए। अगर अब तक कब्जा नहीं है तो पट्टा खारिज होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.