नई के बीच पुरानी ईंटों का घालमेल
गौरीगंज,जागरण संवाददाता: स्थानीय ब्लाक में अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बनाए गए आवास पुराने होने
गौरीगंज,जागरण संवाददाता: स्थानीय ब्लाक में अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बनाए गए आवास पुराने होने के कारण जर्जर हो चले हैं। जिसके निर्माण के लिए शासन ने चार करोड़ से अधिक की धनराशि अवमुक्त किया है। कार्यदायी संस्था द्वारा भवन निर्माण में जमकर अनियमितता बरती जा रही है। पुराने भवन से निकले ईटों को नए भवन निर्माण के प्रयोग में लाया जा रहा है।
गौरीगंज ब्लाक में बने कर्मचारियों के आवास पुराने होने के कारण जर्जर हो चले हैं। जिनमें रहना खतरे से खाली नहीं है। इसको देखते हुए स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह के प्रयास से मुख्य विकास अधिकारी ओमप्रकाश द्वारा भवन निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजकर धन उपलब्ध कराए जाने की मांग किया था। इस पर शासन ने भवन निर्माण के लिए चार करोड़ 12 लाख से अधिक की धनराशि अवमुक्त किया है। वहीं भवन निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद को सौंपा है। कार्यदायी संस्था द्वारा कराए जा रहे भवन निर्माण में पुराने भवनों को तोड़ने के बाद निकली ईटों को नए भवन निर्माण में नए ईटों के साथ प्रयुक्त किया जा रहा है। जिससे कार्यदायी संस्था द्वारा वित्तीय अनियमितता करने के लिए पुरानी ईटों का प्रयोग किया जा रहा है। इतना ही नहीं निकली पुरानी ईंटों को प्रयोग में लाने के लिए मजदूरों को लगाकर उन्हें साफ कराया जा रहा है। जबकि पुराने सरकारी भवनों से निकले सामग्री को नीलाम किया जाना चाहिए लेकिन ऐसा ब्लाक द्वारा अभी तक नहीं किया गया है।
इस संबंध में कार्यदायी संस्था के सहायक इंजीनियर अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि भवन निर्माण में पुरानी ईटों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। यदि मजदूरों द्वारा ऐसा किया जा रहा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।