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रहस्य के धुंध में गोते लगा रहा भगत हत्याकांड

भीटी (अंबेडकरनगर) : मातादीन उर्फ भगत हत्याकांड एक वर्ष से रहस्य के धुंध में गोते लगा रहा

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Aug 2017 12:05 AM (IST)Updated: Sun, 20 Aug 2017 12:05 AM (IST)
रहस्य के धुंध में गोते लगा रहा भगत हत्याकांड
रहस्य के धुंध में गोते लगा रहा भगत हत्याकांड

भीटी (अंबेडकरनगर) : मातादीन उर्फ भगत हत्याकांड एक वर्ष से रहस्य के धुंध में गोते लगा रहा है। कारण पुलिस को घटना के बावत साक्ष्य मिल रहे हैं न गवाह। अब तक सात विवेचक आए और गए, लेकिन महज औपचारिकता में पर्चे-दर-पर्चे ही काट रहे हैं। मामला भीटी थाना क्षेत्र का है।

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थाना क्षेत्र के गांव उमरावां निवासी मातादीन उर्फ भगत भीटी थाने के सामने करीब 150 मीटर दूर छप्पर में चाय पान की दुकान चलाकर जीविकोपार्जन करता था। वह रात में भी यहीं निवास करता था। गत वर्ष जुलाई माह में रात को धारदार हथियार से गला रेतकर सोते समय उसके ही विस्तर पर हत्या कर दी गई। घटना के दिन तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक आदि ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मामले के राजफाश का निर्देश निरीक्षक तथा स्वाट को दिया। इसक्रम में पुलिस की संयुक्त टीम ने एक महिला समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने कई मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल संकलित करते हुए कई नंबरों को सर्विलांस पर भी लगाया, लेकिन उसके हाथ कुछ हासिल नहीं हो सका। इसी दौरान पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण हो गया और मामले पर रहस्य का पर्दा पड़ गया, जो अब तक नहीं उठ सका। हत्या क्यों हुई और किसने की? अभी तक यह रहस्य ही बना हुआ है। हालांकि पुलिस घटना से संबंधित साक्ष्य, गवाह तलाशने व राजफास का दावा घटना के दिन से ही कर रही है, लेकिन उसका दावा अभी तक महज बयानबाजी तक सिमट कर रह गया है। नतीजतन मामले की विवेचना एक भी कदम आगे नहीं बढ़ सकी है। इससे वादी व परिवारीजनों की न्याय पाने की आस भी अब टूटने लगी है। जब हत्या जैसे गंभीर मामलों में पुलिस का यह रवैया है तो सामान्य घटनाओं के बावत सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। निरीक्षक रामलखन पटेल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटना से संबंधित साक्ष्य व इसमें शामिल लोगों को चिह्नित करने की दिशा में प्रयास जारी है।


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