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फाइलों में चकाचक बन चुकी है सड़क

अंबेडकरनगर : तहसील मुख्यालय के दक्षिणी हिस्से के गांवों को मुख्यमार्ग तथा जनपद मुख्यालय, फैजाबाद व स

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jul 2017 10:15 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jul 2017 10:15 PM (IST)
फाइलों में चकाचक बन चुकी है सड़क
फाइलों में चकाचक बन चुकी है सड़क

अंबेडकरनगर : तहसील मुख्यालय के दक्षिणी हिस्से के गांवों को मुख्यमार्ग तथा जनपद मुख्यालय, फैजाबाद व सुल्तानपुर जिलों से जोड़ने वाला रामपुर गिरंट-मल्लेपुर मार्ग गड्ढों में तब्दील हो गया है। यह कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से का मुख्यमार्ग भी है। नतीजतन इस मार्ग पर राहगीरों को हिचकोले खाना मजबूरी बन गई है, लेकिन जिम्मेदार ग्रामीणों की इस समस्या से बेफिक्र हैं। लाखों की आबादी को जोड़ने वाले उक्त मार्ग की लंबाई करीब आठ किलोमीटर है। इसका उद्गम भीटी-चंदौका मार्ग पर स्थित रामपुर गिरंट चौराहे से हुआ है। पांच वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मार्ग का निर्माण कराया गया था, लेकिन वर्तमान में यह मार्ग टूट कर गड्ढों में बदल गया है। नतीजतन इस पर आवागमन करने वाले राहगीरों के समक्ष हमेशा जोखिम ही रहता है। भीटी व सदर तहसील, जनपद व मंडल मुख्यालय, सुल्तानपुर तथा लाखों की आबादी को जोड़ने वाला उक्त मार्ग वजूद तलाश रहा है। गड्ढायुक्त सड़क राहगीरों का दर्द बढ़ा रही है। यह स्थिति तब है जब प्रदेश सरकार ने सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का अभियान छेड़ रखा है। राहगीरों को आठ किमी की दूरी तय करने में घंटों का वक्त लग जाता है। यह मार्ग मल्लेपुर गांव के पास मझुई नदी के पुल के सहारे सुल्तानपुर जिले की सीमा को बिझूरी गांव के पास जोड़ता है। तहसील के दर्जनों गांवों को यह मार्ग गोशाईगंज रेलवे स्टेशन, जनपद, मंडल, तहसील, भीटी ब्लॉक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों से जोड़ता है। सुल्तानपुर जिले की सीमा में भीटी ब्लॉक का दहेमा, कोर्रा, डड़वा, किछूटी आदि गांव स्थित हैं। उक्त गांव के चारों तरफ सुल्तानपुर जिले के गांव हैं। लेकिन दुर्गम रास्तों के चलते राहगीरों को प्रतिदिन आवागमन की चुनौतियों से जूझना पड़ता है, लेकिन बदहाली के भंवर में उलझे इस मार्ग के प्रति जिम्मेदारों की उपेक्षा कायम है। इससे स्थानीय लोग दुखी हैं।

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-कागजों में हो गई मरम्मत-

स्थानीय लोगों की मानें तो इस मार्ग की मरम्मत कागजों में दर्शाकर लाखों का भुगतान कर लिया गया। यह बात दीगर है कि उक्त मार्ग के चंद गड्ढों को तारकोल से रंग कर औपचारिकता निभाई गई है। नतीजतन समस्या अपने मूल रूप में विद्यमान है। हालांकि विभाग ने आरोपों को गलत बताया है। स्थानीय लोगों ने जांच की मांग की है।

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सड़क के मरम्मत का कार्य प्रस्तावित है। धन उपलब्ध है, लेकिन बरसात बाधक बन गई है। बरसात बाद मार्ग का निर्माण कराकर समस्या दूर कर दी जाएगी।

एसके ¨सह

सहायक अभियंता

लोक निर्माण विभाग


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