नहर टूटने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न, एनएच जाम
सद्दरपुर (अंबेडकरनगर) : टांडा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सुंथर के पास सोमवार सुबह पक्की नहर टू
सद्दरपुर (अंबेडकरनगर) : टांडा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सुंथर के पास सोमवार सुबह पक्की नहर टूट जाने से मेंथा, सब्जी और धान की नर्सरी समेत सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गयी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने वाराणसी-लुंबिनीराष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे टांडा कोतवाल ने बल प्रयोग कर ग्रामीणों को तितर-बितर किया और तीन ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, किसानों की बड़ी संख्या देखकर पुलिस बैकफुट पर आ गई और तीनों ग्रामीणों को तत्काल छोड़ दिया। ग्रामीणों ने एनएच का निर्माण कार्य करा रही कंपनी के खिलाफ तहरीर दी है।
लुम्बनी-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग सुंथर गांव के पास से जा रहा है। यहीं से चौधरी चरण ¨सह पंप कैनाल महरीपुर से निकलकर जहांगीरगंज रजवाहा को जाने वाली पक्की नहर को हाइवे क्रॉस कर रहा है। इसके लिए दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड नामक कंपनी नहर पर पुल बना रही है। इसी कारण नहर में बांध बनाकर पानी रोक दिया गया है। नहर में पानी आने के बाद सोमवार सुबह लगभग छह बजे पक्की नहर सुंथर गांव के पास लगभग 25 फुट टूट गई। इससे पानी खेतों में भर गया। नहर के पानी से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गयी।
अभी कुछ समय पहले भी नहर टूटने से उक्त गांव के लोगों की सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गयी थी। बार-बार हो रही इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच जामकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे प्रभारी टांडा कोतवाल मनोज पंत ने हल्का बल प्रयोग कर ग्रामीणों को खदेड़ा और तीन ग्रामीणों को कोतवाली ले आयी। इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण कोतवाली पहुंच गए। ग्रामीणों की संख्या और आक्रामक तेवर देख पुलिस के होश उड़ गए और तत्काल ग्रामीणों को छोड़ दिया। स्थिति बिगड़ती देखकर एसडीएम टांडा नरेंद्र ¨सह और सीओ वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने लोगों को समझा-बुझाकर को शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। किसानों ने क्षतिपूर्ति की भी मांग की है। स्थानीय निवासी रामकृष्ण, रंजीत, अमित, रामधनी, बृजेश आदि ने कंपनी के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।