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अब तक एकत्र न हो सकी बूचड़खानों संबंधी जानकारी

अंबेडकरनगर : प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण फैसले का असर जिले में नहीं दिख रहा है। इस कारण अवैध बूचड़खानो

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Mar 2017 10:24 PM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2017 10:24 PM (IST)
अब तक एकत्र न हो सकी बूचड़खानों संबंधी जानकारी
अब तक एकत्र न हो सकी बूचड़खानों संबंधी जानकारी

अंबेडकरनगर : प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण फैसले का असर जिले में नहीं दिख रहा है। इस कारण अवैध बूचड़खानों पर पाबंदी का फरमान बेअसर दिख रहा है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि उसके स्तर से बूचड़खानों की जानकारी एकत्र की जा रही है। ब्यौरा मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में किसी भी बूचड़खाने को लाइसेंस नगर निकायों द्वार जारी नहीं किया गया है। इसके बावजूद दर्जनों स्थानों पर पशुवध बेरोकटोक हो रहा है। कुछ जगहों पर तो प्रतिबंधियों पशुओं को भी काटकर मांस की बिक्री की जा रही है। इसी क्रम में नगर के मीरानपुर, लोरपुर एवं शहजादपुर में बूचड़खानों का संचालन खुलेआम वर्षों से किया जा रहा है। वहीं इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के अलनपुर, व इब्राहिमपुर तथा टांडा, न्योरी, जहागीरगंज एवं जलालपुर थाना क्षेत्र में अवैध रूप से स्लाटर हॉउस संचालित हैं। पूर्व में ग्रामीणों एवं पुलिस की कार्रवाई में इसकी ताईद भी हो चुकी है। वहीं कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र के लोरपुर के बंजारा बस्ती में पशुओं की तस्करी का धंधा धड़ल्ले से जारी है। इनके संचालन में पूर्व में खाकी पर भी सवाल उठ चुके है। खुलेआम चल रहे अवैध बूचड़खनों पर पाबंद लगाने का फरमान प्रदेश में बनी भाजपा सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के गठन के 72 घंटे के भीतर अवैध बूचड़खानों को बंद करने का फरमान आला अधिकारियों को जारी किया है, लेकिन इसका असर जिले में नहीं दिख रहा है। कारण कि प्रशासन एवं पुलिस महकमा अभी तक एक भी बूचड़खाने पर पाबंदी नहीं लगा सका है।

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शाम होते ही आबाद होते कत्लखाने-अंबेडकरनगर : कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र के मीरानपुर एवं शहजादपुर में संचालित बूचड़खानों की पड़ताल करनी है तो रात होने का इंतजार करें। अंधेरा होने एवं लोगों का आवागमन कम होने के बाद इस अवैध धंधे की गतिविधियां तेज हो जाती हैं। चारपहिया वाहनों पर मवेशियों को लादकर बूचड़खानों तक ले जाया जाता है। इस धंधे में संलिप्त लोगों के हौसले इसस कदर बुलंद है कि पुलिस चौकियों के सामने से ही वाहनों को लेकर गुजरने से गुरेज नहीं करते।

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अवैध बूचड़खानों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी के स्तर पर इन बूचड़खानों के लाइसेंस की पड़ताल की जा रही है। जांचोपरांत सभी अवैध बूचड़खानों के विरुद्ध कार्रवाई कर उन्हें बंद कर दिया जाएगा।

पीयूष श्रीवास्तव

पुलिस अधीक्षक

अंबेडकरनगर


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