चेक लेकर दौड़ लगा रहे ग्राहक
अंबेडकरनगर : बैंकों में भीड़ का दबाव कम होने के बाद भी ग्राहकों की परेशानी कायम है। इसके पीछे मुख्य र
अंबेडकरनगर : बैंकों में भीड़ का दबाव कम होने के बाद भी ग्राहकों की परेशानी कायम है। इसके पीछे मुख्य रूप से बैंकों की मनमानी बतायी जा रही है। इसी मनमानी का परिणाम है कि घंटों लाइन में लगने के बावजूद उपभोक्ता खाली हाथ लौटने पर मजबूर हैं। चेक लेकर दौड़भाग करने के बावजूद उनकी समस्या दूर नहीं हो पा रही है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचलों तक में लगे ज्यादातर एटीएम शोपीस बने हैं। कारण किसी में धन नहीं तो कोई तकनीकी गड़बड़ी के चलते खराब है। ऐसे में जरूरतमंदों को बैंकों में कतार लगाने को विवश होना पड़ रहा है।
नगर में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा के खाताधारक तथा शिवबाबा निवासी रामजतन ने बताया कि गत तीन दिनों से धन निकासी के लिए बैंक का चक्कर लगाने के बाद शुक्रवार को मात्र 10 हजार रुपये ही मिल सके। मीरानपुर निवासी परवेज अहमद के मुताबिक उन्हें अचानक पैसे की आवश्यकता हुई तो गत गुरुवार बैंक पहुंचे, दो घंटा लाइन में लगने के बाद बताया गया कि केवल छह हजार रुपये ही निकलेंगे। वह पुन: शनिवार को 24 हजार रुपये निकालने पहुंचे तो बताया गया कि 10 हजार से अधिक नहीं मिलेगा। इसी तरह दस हजार से अधिक की राशि का चेक लेकर पहुंचने वाले तमाम ग्राहकों को मायूस लौटना पड़ा। चौथीराम, मोहम्मद इस्माइल, शाहिद हुसैन जैसे अन्य उपभोक्ताओं का कहना है कि यदि प्रात: बैंक खुलने के समय ही नोटिस चस्पा कर सूचना दे दी जाए तो कम से कम बैंक में लोगों का समय न व्यर्थ हो। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक हरजीत ¨सह का कहना है कि करेंसी कम आने के कारण कभी-कभी ऐसी समस्या आ जाती है। शहजादपुर स्थित इलाहाबाद शाखा में भी शुक्रवार को बैंक पहुंचे लोगों को केवल 10 हजार तक का भुगतान कर टरका दिया गया।