आचरण में सुधार लाएं तो विश्वगुरु बन सकता भारत
अंबेडकरनगर : जोर लगा ले अहले जमाना, कब तक जोर लगाएगा। जग में जय गुरुदेव का झंडा, लहर-लहर लहराएगा। ना
अंबेडकरनगर : जोर लगा ले अहले जमाना, कब तक जोर लगाएगा। जग में जय गुरुदेव का झंडा, लहर-लहर लहराएगा। नारे के साथ बाबा जयगुरुदेव के नारे के साथ उज्जैन से आए उनके अध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत का सत्संग स्थल पर हजारों की संख्या में इकट्ठा भक्तों ने स्वागत किया। संत ने कहा कि अवध की भूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्र ने जन्म लेकर इसे पावन बना दिया। यदि सारे लोग अपने आचरण में सुधार लाएं तो भारत देश को विश्व गुरु की श्रेणी में आने से कोई रोक नहीं सकता। जय गुरुदेव जन्माष्टमी सत्संग के पहले दिन बाबा उमाकांत ने धार्मिक स्थल शिवबाबा मेला मैदान पर बाबा जय गुरुदेव के चित्र पर नमन और भक्तों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद अपने प्रवचन में कहा कि गुरु महाराज की कृपा से इस अवध की धरती पर आप सबका दर्शन सौभाग्यपूर्ण है। बाबा ने कहा कि भारत एक योग भूमि है, जबकि अन्य राष्ट्र भोग भूमि हैं। जीवों पर दया और विश्व कल्याण के लिए प्रत्येक युग में संतों का आगमन होता रहा है। उन्होंने जीव जंतु पर दया, मांस, भक्षण न करने पर विशेष बल दिया। कहा ध्यान भजन से भौतिक शक्ति प्राप्त होती है तथा इससे अ¨हसा और सेवा भाव का संचार होता है। कार्यक्रम में बाबा जयगुरुदेव संगत के प्रदेश अध्यक्ष सत्यदे पाठक, राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रह्मनंद पांडेय, अमरनाथ यादव, सत्यप्रकाश शुक्ल, बागेश्कर द्विवेदी, रामशंकर पाल, राममूर्ति यादव आदि सत्संग स्थल पर मौजूद रहे। यहां पर सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीओ सिटी राघवेंद्र ने संभाली। देर शाम सीओ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई।