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हालचाल : जर्जर मार्ग और बदहाल शौचालय मुसीबत

नगरपालिका परिषद का वार्ड नंबर 20 सकरावल गोठ रसूलपुर गांव पंचायत के उत्तर वार्ड नंबर 19 के दक्षिण

By Edited By: Published: Sun, 21 Aug 2016 09:55 PM (IST)Updated: Sun, 21 Aug 2016 09:55 PM (IST)
हालचाल : जर्जर मार्ग और बदहाल शौचालय मुसीबत

नगरपालिका परिषद का वार्ड नंबर 20 सकरावल गोठ रसूलपुर गांव पंचायत के उत्तर वार्ड नंबर 19 के दक्षिण बेलहरी मार्ग के दोनों ओर एक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित लगभग 15 हजार की आबादी समेटे हुए है। वार्ड का शुमार नगर के प्राचीन वार्डों में किया जाता है। वार्ड में साफ-सफाई, जनशौचलय, पेयजल की समस्याओं से वार्ड वासियों को निजात नहीं मिल रही है। करोड़ों रुपये की लागत से विकास कार्यों के दावों को कच्ची गलियां नकार रही हैं। मूलभूत सुविधाओं के अभाव का दंश झेल रहे सकरावल गोठ वार्ड की धरातलीय हकीकत बयां करती जागरण हालचाल टीम के सदस्य अर¨वद ¨सह व सत्यप्रकाश मौर्य की रिपोर्ट :-

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संवादसूत्र, टांडा (अंबेडकरनगर) : छोटी बाजार से बेलहरी मार्ग पर वार्ड से पहुंचते ही मार्ग के किनारे यहां एकत्र किए जा रहे कूड़े कचरे खराब साफ-सफाई के हालात स्वयं बयां करने लगते है। सकरावल गोठ में मुख्य मार्ग से हटकर गलियों में दाखिल होते गलियों में भी यही स्थिति दिखती है। चाय-पान की दुकानों के सामने एकत्र कूड़े-कचरे रोगों को दावत दे रहे है। बजबजाती नालियां स्वयं बता रही है कि साफ-सफज्ञई की स्थिति कितनी दयनीय है। वार्ड के दोनों जनशौचालय की स्थिति बदतर है। भवन के जर्जर होने के साथ ही दरवाजे तक चोरी हा गए। जनशौचलयों के निकट गंदगी पसरी है। यहां जलापूर्ति भी नहीं है। करोड़ों रुपयों की लागत से सकरावल पूरब में सीमेंट के ईंटों की इंटरलॉ¨कग करके गलियां चमाचम कर दी गई। बेलहरी मार्ग के किनारे स्थित खुले नाले को सीमेंट की पटिया से ढक दिया गया है। इसके इतर वार्ड की कच्ची गलियां भी है। कच्ची गलियों में गिरकर वृद्ध चोटिल हो रहे है। पथप्रकाश के लिए मुख्य मार्ग के किनारे स्थित विद्युत खंभों पर सोडियम लैंप लगाये गये है। गलियों में बल्ब भी नहीं है। स्ट्रीट लाइटें ध्वस्त हो चली हैं। पेयजल आपूर्ति के लिए पुराने मुख्य मार्गों पर भूमिगत पाइप लाइन बिछायी गई है। नयी गलियों में वाटर पाइप लाइन नहीं बिछायी जा सकी है। गलियां इंटरलॉ¨कग कर दी गई। पाइप लाइन बिछाने के लिए इंटर लॉ¨कग उखाड़नी पड़ेगी, जिससे धन का अपव्यय होगा। वार्ड में बुनकरों की बाहुल्यता है। यहां घर-घर में वस्त्र निर्मित करने के लिए पावरलूम लगे है। रात में नौ से 11 बजे की जा रही बिजली कटौती को बदलकर पुरानी व्यवस्था लागू करने की बुनकरों की मांग पावर कारपोरेशन ने अनसुनी कर दिया है। मंत्री से शिकायत के बाद भी व्यवस्था नहीं बदलने से लोगों में असंतोष है। वार्ड में ऐसे भी अनेक गरीब परिवार है, जिन्हें दो जून की रोटी जुटाना कठिन है। खाद्य सुरक्षा कानून के लागू होने के पूर्व रशन की दुकान से खाद्यान्न सस्ते दाम पर मिल जाता रहा है। खाद्य सुरक्षा कानून के लागू होते ऐसे गरीब परिवार योजना से बाहर हो गये।

------------छलका नागरिकों का दर्द-

टांडा : सकरावल गोठ वार्ड में पहुंचते ही नागरिकों का दर्द छलक पड़ा। वार्ड के रहने वाले मोहम्मद रव्वानी कहते है कि मजदूर रातों में पावरलूमों पर कार्य करते जनशौचालयों की जर्जर अवस्था के कारण जरूरत पड़ने पर मजदूर कहां जाए। सबसे बड़ी इस समस्या का समाधान नहीं कराया जा रहा है। मोहम्मद जावेद को विद्युत कटौती की पुरानी व्यवस्था नहीं लागू किए जाने का दर्द है। महिला चंद्रिका को परिवार की सदस्य संख्या के अनुसार राशन कार्ड में यूनिट नहीं बढ़ाये जाने का दर्द है। शर्मिला देवी, धर्मा एवं नियाज अहमद को खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत आच्छादित नहीं होने का दर्द है।

-----------विकास का किया दावा-

टांडा : सभासद शाहीन अख्तर वार्ड में सुगम पथ, पथ प्रकाश, साफ-सफाई की समस्याओं में कमी आने का दावा करते हुए बता रही है कि मेरे कार्यकाल में लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से गलियों की इंटरलॉ¨कग, पक्के मार्ग, खुले नालों को ढकने आदि के कार्य कराये गये। 15 फार्म प्रस्तावित है, जिसमें तीन के टेंडर होने है। छह कार्य डूडा से कराया जाना है। साफ-सफाई के लिए वार्ड में सफाई कर्मियों की कमी है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष एवं ईओ का विकास कार्यों से अच्छा सहयोग रहा है।


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