कदम वापस खींचने लगी घाघरा
अंबेडकरनगर : उतार-चढ़ाव के बीच घाघरा नदी रविवार को खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से एक सेंटीमीटर ऊ
अंबेडकरनगर : उतार-चढ़ाव के बीच घाघरा नदी रविवार को खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से एक सेंटीमीटर ऊपर रह गई। नदी की बाढ़ से सबसे प्रभावित होने वाला मांझा उल्टहवा के तीन पुरवे बाढ़ से प्रभावित है। ग्रामीण नदी के बाढ़ का उतरने की टकटकी लगाए है। ग्रामीणों के बचाव के लिए प्रशासन ने एक दर्जन प्रभावित गांवों में लगा दी है। घाघरा नदी का जल स्तर खतरे के लाल निशान को पार कर 33 सेंटीमीटर पर पहुंचने के बाद घटने लगा है। नदी का जल स्तर घटने से मांझा उल्टहवा गांव के कुसमौलिया, सतरहवा पुरवे के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। रविवार को प्रात: आठ बजे तक नदी का जल स्तर 92.740 मीटर पर पहुंचकर स्थिर हो गया। दोपहर में नदी का गहराई नापने पर जल स्तर में कोई कमी नहीं आयी। शाम चार बजे नदी का जल स्तर स्थिर रहा। मांझा उल्टहवा के प्रधान ने बताया कि गांव के दिलशेर का पूरा, बाबूराम का पूरा एवं जालिम का पूरा बाढ़ से प्रभावित है। आवागमन के लिए एक दर्जन नावे लगाई गई है। बाढ़ के अवर अभियंता ¨चतामणि शर्मा ने बताया कि नदी का जल स्तर रविवार को प्रात: आठ बजे से अपराह्न चार बजे तक स्थित है।
-----------पुल डूबा, आवागमन ठप-
भीटी : तहसील क्षेत्र के विसुही नदी के बड़ेरिया, रामपुर-बनेथू तथा अताउल्ला नाऊपुर घाटों पर स्थित ह्यूम पाइप पुल पानी में डूब गए है। ऐसे में यहां आवागमन ठप हो गया है। स्थानीय लोगों ने उक्त स्थल पर नाव लगाने की मांग की है। रामपुर बनेथू घाट जिला मुख्यालय, बड़ेरिया घाट सुल्तानपुर जनपद मुख्यालय तथा अताउल्ला नाऊपुर घाट भीटी तहसील मुख्यालय से द्वाबा क्षेत्र को जोड़ता है। यहां से खोजापुर, तिवारीपुर सबना, उधनपुर, नरायनपुर, बसंतपुर, घरवासपुर, वीरापट्टी, रग्घूपट्टी, पीठापुर, करमपुर आदि दर्जनों गांवों के लोगों, छात्र-छात्राओं,
शिक्षकों, व्यापारियों का उक्त मुख्यालयों पर घाटों से होकर जाना पड़ता है। ऐसे में पुलों के दोनों तरफ के ग्रामीणों का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है। तहसील प्रशासन व पुलिस के लिए भी उक्त पुल सुलभ थे। ऐसे में 10 किलोमीटर की दूरी अब 30 किलोमीटर चलकर पूरी करनी पड़ेगी। ऐसे में अब अभिभावकों को निजी साधन से बच्चों को स्कूल छोड़ना पडे़ेगा। चुनाव के दौरान हर कोई इस समस्या को दूर करने की बात करता है, लेकिन चुनाव बाद सभी इसे भूल जाते है। एसडीएम एसपी ¨सह ने कहा कि संबंधित क्षेत्रों के लेखपालों से रिपोर्ट मांगी गई है। स्थलीय जांच व सर्वे कर रिपोर्ट दी जाएगी। रिपोर्ट के अवलोकन के उपरांत नाव उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी जाएगी। अनुमोदन के उपरांत समस्या दूर कर दी जाएगी।
----------गली में जलभराव-
जलालपुर : नगर से सटी ग्राम पंचायत जलालपुर देहात के मजरा पांडेयपुर कॉलोनी में जल निकासी के प्रबंध न होने से कॉलोनी स्थित सार्वजनिक तालाब पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। इससे जलभराव के चलते गलियां पानी से लबालब हो गईं। मुख्य गलियों से आवागमन ठप है। जबकि सैकड़ों घरों की कॉलोनी से बच्चों के आसपास के स्कूल पहुंचने की मात्र एक गली है। अभी हल्की बरसात में ही जब कॉलोनी में जलभराव की स्थिति है तो भारी वर्षा में कॉलोनी वासियों का बाहर निकलना ही दूभर हो जाएगा। एसडीएम को कॉलोनीवासियों ने शिकायत पत्र देकर अवगत कराया। प्रभावित मकान स्वामियों महाबली सोनी, आलोक पांडेय ¨रकू पाठक आदि ने जलभराव की समस्या से निजात की मांग की है।