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बिजली की खंभे जमींदोज, ग्रामीण भयभीत

अंबेडकरनगर : साढ़े तीन सौ करोड़ की लागत से लगाए गए बिजली के खंभे सैकड़ों की संख्या में जमींदोज हो गए य

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 11:10 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 11:10 PM (IST)
बिजली की खंभे जमींदोज, ग्रामीण भयभीत

अंबेडकरनगर : साढ़े तीन सौ करोड़ की लागत से लगाए गए बिजली के खंभे सैकड़ों की संख्या में जमींदोज हो गए या लटक गए हैं। इससे कार्य में अनियमितता की ताईद हो रही है। खेतों, घरों, मार्गों पर गिरे तार सहित खंभों से किसान, ग्रामीण भयभीत हैं। यह स्थिति करीब 10 दिन से बनी है, लेकिन शायद जिम्मेदार किसी बड़ी घटना के इंतजार में हैं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी राजीव गांधी विद्युतीकरण परियोजना की शुरुआत जिले में 2013 में हुई। इसके तहत 354 करोड़ की लागत से 4690 गांवों व मजरों में विद्युतीकरण का ठेका हुआ। सितंबर 2013 में दो कंपनियों द्वारा काम शुरू किया गया। इसमें आइएल एंड एफएस को 284 करोड़ से 2240 गांवों व वैरीगेट को 70 करोड़ से 2450 मजरों में काम कराने का ठेका प्राप्त हुआ। घटिया काम के आरोप में बाद में बैरीगेट को काली सूची में डाल दिया गया। इसके द्वारा गांवों, गलियों, सड़कों, नदी, नालों के किनारे खंभे, तार, ट्रांसफार्मर आदि लगाए गए। गत दिनों हुई बरसात से सैकड़ों खंभे, तार सहित जमींदोज हो गए। तिवारीपुर-मिझौड़ा मार्ग, भीटी-गोशाईगंज, महरुआ, हैदरगंज, सेमरी, सेनपुर, गोशाईगंज मार्ग, जमोलीगंज, यादवनगर, मिझौड़ा, महरुआ आदि मार्गों पर जमींदोज खंभे देखे जा सकते हैं। भीटी क्षेत्र के सभी गांवों में यह स्थिति देखी जा सकती है। इससे प्रतीत होता है कि कार्यदायी संस्था द्वारा मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया गया है। खेतों में खंभे व तार के गिरने से भयभीत किसान खेतों में नहीं जा रहे है। -----

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आपूर्ति होगी प्रभावित-भीटी : विद्युत उपकेंद्र कटेहरी से जुड़े सैकड़ों गांवों की विद्युत आपूर्ति पर खतरा मंडरा रहा है। कारण उक्त उपकेंद्र की आपूर्ति के लिए खींचे गए हाइटेंशन लाइन के खंभे व तार भी चपेट में हैं। इसके ऊपर तार लटक रहे हैं तथा जमींदोज व लटके खंभे हाइटेंशन लाइन को कभी प्रभावित कर सकते हैं।

----------भीटी, कटेहरी, महरुआ क्षेत्र में सैकड़ों खंभे, तार सहित सर्वे में जमींदोज पाए गए है। कार्यदायी संस्था आइएल एंड एफएस को उच्चाधिकारियों द्वारा अवगत कराया जा चुका है। संबंधित ठेकेदार द्वारा इसी सप्ताह तार, खंभों को ठीक कराने की बात बताई गई है। इस गंभीर समस्या पर विभाग नजर बनाए हुए है। शीघ्र ही समस्या दूर कर दी जाएगी।

उपकेंद्र कुमार पटेल,एसडीओ विद्युत विभाग

----------------दो माह बाद भी नहीं बदले जा सके टूटे खंभे-शुकुलबाजार : दो माह पूर्व तेज हवा के साथ आंधी-पानी से जहांगीरगंज विकास खंड के कादीपुर-जगदीशपुर गांव के बाहर वर्षों पूर्व लगा विद्युत पोल टूटकर धराशायी हो गया। ¨खचाव से अन्य कई पोल के तार भी टूट गए। लिहाजा गांव के संबंधित लोगों की विद्युत व्यवस्था पंगु होने के साथ-साथ किसानों की ¨सचाई भी प्रभावित होने लगी। ग्रामीणो ने पोल टूटने की सूचना तत्काल स्थानीय विद्युत वितरण केंद्र को दिया। विभागीय लाइनमैन ने मौके पर जाकर बिजली काटकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझ लिया। ग्रामीण शंकर दयाल ¨सह, दिनेश ¨सह, रामअधार, तीजू, रामप्रकाश व शिवराम आदि ने बताया कि बार-बार लिखित एवं मौखिक शिकायत के बावजूद महकमा मामले से अनजान बना है। अवर अभियंता आई डी मौर्य ने बताया कि मामला संज्ञान में है। स्टीमेट बना कर दिया जा चुका है। बजट मिलने पर ही कार्य पूर्ण हो पाएगा।--------खतरे का सबब-किछौछा : बसखारी क्षेत्र के सबसे व्यस्ततम डायट मार्ग पर गोकुलपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के निकट लगा ट्रांसफार्मर का खंभा बरसात के चलते सड़क पर गिरकर दुर्घटना को दावत दे रहा है। इस मार्ग से लगभग सौ गांवों के नागरिक, छात्र-छात्राएं आवागमन करते हैं। प्राथमिक विद्यालय के नौनिहाल भी इसी मार्ग से गुजरते हैं। लगभग 10 दिनों से गिरे इस पोलों एवं ट्रांसफार्मरों की सुध लेने न तो विभाग के कर्मचारी पहुंचे और न ही राजीव गांधी विद्युतीकरण परियोजना के तहत कार्य कराने वाली संस्था हाथ बढ़ा रही है। जेई सुभाष गुप्त ने बताया कि कार्यदायी संस्था को निर्देशित करते हुए जल्द ही ठीक करा लिया जाएगा।


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