पांच नामजद, 80 के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई
अंबेडकरनगर : थाना क्षेत्र भीटी के गांव इनौना में बुधवार की शाम हुए बवाल प्रकरण में पुलिस ने पांच लोग
अंबेडकरनगर : थाना क्षेत्र भीटी के गांव इनौना में बुधवार की शाम हुए बवाल प्रकरण में पुलिस ने पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही दोनों पक्षों से 80 लोगों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की है। वहीं इस घटना में घायल तीन लोगों का जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। पांच लोगों का इलाज व मेडिकल भीटी सीएचसी में किया गया है। इसी थाना क्षेत्र के गांव तकिया निवासी जितेंद्र वर्मा पुत्र खुशीराम का खेत इनौना गांव में है।
वह गत बुधवार को ट्रैक्टर से खेत की जोताई कर रहे थे। इसी बीच खेत में भैंस घुस गई। आरोप है कि इससे नाराज जितेंद्र ने गांव के दो बच्चों व एक महिला की पिटाई डंडों से कर दी और ट्रैक्टर लेकर फरार हो गए। आक्रोशित ग्रामीण लाठी-डंडों से लैस होकर खेत पर पहुंचे। वहां मौजूद जितेंद्र के भाई रामजीत की पिटाई कर गांव में बंधक बना लिया गया। इन्हें मुक्त कराने के लिए इनके भाई भुलेसर वर्मा अपने दो साथियों के साथ इंडिका कार से पहुंच गए। ग्रामीणों ने पथराव कर कार क्षतिग्रस्त कर दिया तथा भुलेसर की पिटाई कर उन्हें भी बंधक बना लिया। कार में सवार घिर्राऊ व शानू ने भागकर जान बचायी। पुलिस ने पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझाना शुरू किया, लेकिन उन्होंने जितेंद्र को गांव लाने की जिद पर गांव स्थित सेनपुर-जमोलीगंज मार्ग जाम कर दिया। भीटी, अहिरौली, महरुआ थाने की पुलिस करीब ढाई घंटे तक मनुहार में लगी रही। आरोपी जितेंद्र के थाने में देर रात आत्मसमर्पण करने पर ग्रामीण शांत हुए और बंधक सगे भाइयों को मुक्त कराने में पुलिस सफल हो सकी। गांव के बच्चे, महिलाएं, पुरुष सभी आक्रोशित थे। इससे रातभर गांव में पुलिस कर्मी तैनात रहे। एहतियातन पुलिस गांव पर नजर बनाए हुए है। भुलेसर वर्मा की तहरीर पर पुलिस ने इनौना गांव निवासी जैसराज, गंगाराम, जितेंद्र निषाद तथा राजेंद्र के विरुद्ध मारपीट, गाली, धमकी, तोड़-फोड़ आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं जैसराज की तहरीर पर तकिया निवासी जितेंद्र वर्मा के विरुद्ध मारपीट, गाली, धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। निरीक्षक अशोक कुमार यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। एक उपनिरीक्षक व चार सिपाही गांव पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं भुलेसर वर्मा द्वारा पुलिस पर अनुचित धारा में मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया है।
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ढाई वर्ष से सुलग रही ¨चगारी
भीटी : भुलेसर वर्मा के तथा इनौना गांव के लोगों के बीच ढाई वर्ष पूर्व से तल्खी चल रही है। इसी गांव निवासी अच्छेलाल निषाद भुलेसर के घर नौकरी करता था। इनौना गांव के पास स्थित उनके नलकूप के समीप हत्या कर अच्छेलाल का शव गन्ने के खेत में गाड़ दिया गया था। ग्रामीणों का शक उन्हीं के ऊपर था। हालांकि पुलिस की विवेचना में भुलेसर की संलिप्तता न पाए जाने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष ने क्लीनचिट दे दी है।