बिखरीं कड़ियां जोड़ रही पुलिस
अंबेडकरनगर : चर्चित बेचन ¨सह हत्याकांड में पुलिस बिखरी कड़ियां जोड़ने में जुटी है। उसकी नजर अबतक जेल म
अंबेडकरनगर : चर्चित बेचन ¨सह हत्याकांड में पुलिस बिखरी कड़ियां जोड़ने में जुटी है। उसकी नजर अबतक जेल में निरुद्ध एक शातिर अपराधी पर टिकी है। हालांकि घटना के पांचवें दिन भी कोई विशेष सफलता नहीं हासिल कर सकी। इलाके में उक्त हत्याकांड को लेकर गुस्से व खौफ का माहौल कायम है।
गत रविवार को आलापुर थाना क्षेत्र के रामनगर बाजार में सपा नेता के आवास के सामने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर मसेना मिर्जापुर निवासी ज्ञान ¨सह उर्फ बेचन ¨सह की हत्या दुस्साहसिक अंदाज में तीन बदमाशों ने कर दिया और आसानी से फरार हो गए। पीड़ित पत्नी प्रतिभा ¨सह ने चहोड़ाघाट में अवैध रेत खनन को लेकर पति की हत्या का आरोप लगाते हुए खनन से जुड़े बृजेश यादव उर्फ पप्पू, अच्छेलाल यादव समेत राजेंद्र यादव, राकेश यादव व डब्लू यादव को नामजद किया है। प्रकरण में संदिग्ध भूमिका को लेकर आलापुर पुलिस पर भी सवाल उठे। हत्याकांड के चार दिन बाद भी इलाकाई लोगों के जेहन में घटना का खौफ है। पुलिस नामजद मुख्य आरोपियों की तलाश के साथ-साथ अन्य ¨बदुओं पर तेजी से कार्य करने का दावा कर रही है। इसी क्रम में उसने अब तक आधा दर्जन लोगों को उठाया है। उन्हें अज्ञात स्थानों पर रखकर पूछताछ की जा रही है। इसी के साथ विभिन्न स्थानों से तीन बाइक भी उठाई गई हैं।
रामनगर कस्बे में विभिन्न व्यवसायिक स्थानों पर लगे सीसी टीवी कैमरों की भी पुलिस ने बारीकी से पड़ताल कर संदिग्धों की जानकारी हासिल की। इसी दौरान पुलिस को एक जगह वीडियो फुटेज में प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताए गए हुलिया के बाइक सवारों बदमाशों के दिखने के साथ ही उन्हें कवरेज दे रही एक अन्य बाइक पर सवारों व सत्ताधारी दल का झंडा लगी एक बोलेरो के भी देखे जाने की जानकारी मिली है। हालांकि पुलिस इस बाबत खुलासा होने तक कुछ विशेष बताने से बच रही है। एसओ जितेंद्र मोहन की मानें तो अब तक की पड़ताल में कुछ खास जानकारियां मिली हैं। शीघ्र ही खुलासा होने की उम्मीद है।
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गांव में बदला गया बाइक का नंबर प्लेट
जहांगीरगंज : बेचन ¨सह हत्याकांड में पुलिस की धरपकड़ से रामनगर व आसपास के इलाकों में अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वालों में अफरा-तफरी मच गई है। ऐसे लोग भूमिगत हो गए हैं। बता दें कि ऐसे ही लगभग आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाकर उन्हें अज्ञात स्थानों पर रखा है। अब किसकी बारी? के चक्कर में ऐसे तत्व भूमिगत हो रहे हैं। इतना ही नहीं पुलिस को ऐसे तत्वों के लिए सियासी दबाव झेलने की भी बात सामने आ रही है। इधर ऐसे ही तत्वों से पूछताछ में हत्याकांड में प्रयुक्त बाइक पर दूसरी बाइक का नंबर प्लेट एक गांव में बदले जाने की जानकारी मिली, जिससे पुलिस खुलासे के प्रति उत्साहित नजर आ रही है।